चाईबासा. झारखंड पुनरुत्थान अभियान के तत्वावधान में सदर अनुमंडल कार्यालय के समीप मंगलवार को धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता अभियान के जिला संयोजक अमृत माझी ने की. मुख्य वक्ता सन्नी सिंकु ने कहा कि जिला भू -अर्जन पदाधिकारी और सदर अंचल अधिकारी को पारदर्शी, जवाबदेह, तटस्थ और प्रतिबद्ध प्रशासनिक कार्यसंस्कृति का प्रदर्शन करना चाहिए. अधिकारी जिला के सहज, सरल, निर्दोष, निरक्षर आदिवासी मूलवासियों पर कहर बरपा रहे हैं. अभियान के संस्थापक सह पूर्व राज्यसभा सांसद दुर्गा प्रसाद जामुदा ने कहा जिले की जनता आदिवासी -मूलवासियों पर आधारित पंचशील के मान्य सिद्धांत के अवधारणा पर विकास कार्यक्रम को क्रियान्वित करने के लिए तैयार है. इस आधार पर आदिवासी-मूलवासियों की भूमि उनकी सहमति के बिना नहीं लिया जाये. रैयत संघर्ष समन्वय समिति जगन्नाथपुर के अध्यक्ष सुमंत ज्योति सिंकु ने कहा कि रैयतों ने बहुफसली जमीन को जगन्नाथपुर बायपास सड़क निर्माण के लिए देने से असहमति जतायी थी. लेकिन वर्तमान जिला भू अर्जन पदाधिकारी के आने के बाद न तो वह मानकी मुंडा से परामर्श किया और न ही रैयतों का मंतव्य जानने के लिए ग्रामसभा कराना जरूरी समझा. धरना प्रदर्शन को बलभद्र सवैया, घनश्याम गागराई, चंद्रमोहन बिरुआ, सुशील बारला, सुरेश सोय, रेयांस सामड, सागर सिंकु, कुसुम केराई, साधो देवगम, कोलंबस हांसदा, महेंद्र जामुदा, सिदिऊ पूर्ति ने भी संबोधित किया. इस मौके पर काफी संख्या में रैयत उपस्थित थे.
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