चाईबासा.
आदिवासी हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष मुकेश बिरुवा की अध्यक्षता में रविवार को कोल्हान के दियुरियों की बैठक हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि दियुरियों की अगुवाई में 12 अगस्त को चर्च में हेरो पर्व मनाए जाने के विरोध में विरोध मार्च निकाला जायेगा. उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा. बलंडिया के दियुरी सामू लागुरी ने कहा कि चर्च में हेरो पर्व मनाने की बात से दियुरियों के दिल में चोट लगा है. सांप्रदायिक सौहार्द्र को बिगड़ने का प्रयास किया जा रहा है. यह बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है. तुइबीर के दियुरी मैथ्यू देवगम ने कहा कि चर्च में हेरो पर्व संभव ही नहीं है. हेरो पूजा का प्रसाद भी इसाइयों को छूने का अधिकार नहीं है. हेरो पर्व में देशाउली, जायरा, पौणी के साथ-साथ नगे एरा, बिंदी एरा जो गांव के अलग अलग जगहों में निवास करते हैं, उनकी उपासना होती है. ना ही ईसु या मरियम की.यह पूजा खुले में खेतों में ही संभव है
यह पूजा खुले में खेतों में ही संभव है, ना की चर्च की चहरीदीवारी के अंदर इतना ही नहीं हेरो: पूजा मंदिर और मस्जिद में भी संभव नहीं है. बैठक में सर्वसम्मति से हो समाज ने चर्च में हेरो पर्व मनाने का विरोध करने का निर्णय लिया गया. पोस्ट ऑफिस चौक से उपायुक्त कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला जायेगा. बैठक में सोमा कोड़ा, मैथ्यू देवगम, दीपक तियु, लंकेश्वर कुदादा, ताजन सिंकू, बागुन हेंब्रम, शंकर सिद्धू, शिवा सिरका, सामुचरण लागुरी, दुर्गाचरण बारी, बलराम लागुरी, बैजनाथ पिंगुवा, अनिल सिंकू, नारांगा सिरका, बुधराम सोय, डीएन चांपिया, कुसुम केराई, प्रताप बिरुली, चंद्रमोहन बिरुवा, दुर्योधन मुंदुइया, सुरेश चंद्र देवगम, गब्बर सिंह हेंब्रम, इपिल समद, छोटेलाल तामसोय, बामिया बारी, नागेश्वरी जारिका, अंजू समद, बिमला हेंब्रम, मुरारी आल्डा, कृष्ण चंद्र बिरुली समेत काफी संख्या में दियुरी उपस्थित थे.
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