शहर में अब मौसम ने करवट ले ली है. सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंडक महसूस की जा रही है. लोगों ने हल्के गर्म कपड़े निकालने शुरु कर दिए हैं. तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जतायी है. इसके साथ ही बाजारों में गर्म कपड़ों की बिक्री शुरु हो गई है. शहर के सिटी सेंटर सेक्टर 4, सेक्टर 9, चास, दूंदीबाद बाजार, रितुडीह, सिवनडीह सहित लगभग सहित अन्य बाजार में गर्म कपड़ा से गुलजार हो गया है. वहीं, सेक्टरचार में काशमीरी उलेन बाजार, तिब्बतन रिफ्युजी विंटर मार्केट सहित कई स्थानों पर अस्थाई गर्म कपड़ों के स्टॉल भी खुल गये है.
फुटपाथ बाजार में बिक रहे 200 से 2000 रुपये तक के जैकेट
फुटपाथ बाजार में स्वेटर 200 से 2000 रुपये तक उपलब्ध हैं. वहीं दुकानों में 500 से 3000 तक के जैकेट बिक रहे हैं. ठंड बढ़ने के साथ कंबल की भी मांग बढ़ गयी है. बाजार में 600 से 3000 रुपये तक के कंबल बिक रहे हैं. काशमीरी उलेन बाजार के संचालक मनोज चौधरी, रितुडीह दुकानदार बैजनाथ प्रसाद आदि ने बताया इस बार जैकेट के साथ स्वेटर काफी आकर्षक वैरायटी में उपलब्ध है.
ठंड बढ़ने के साथ रजाई गद्दे की भी डिमांड ने पकड़ा जोर
ठंड बढ़ने के साथ ही शहर में सड़क के किनारे रजाई गद्दे बनाने का काम भी शुरु हो गया है. लोगों ने रजाई गद्दा खरीदना शुरु कर दिया है. कुछ लोग रजाई गद्दा ऑर्डर देकर बनवा रहे हैं. दुंदीबाग बाजार के मनोज सहित अन्य दुकानदारों ने बताया कि एक रजाई में कम से कम पांच किलो रुई की आवश्यकता होती है. बाजार में 60, 80, 200, 250 रुपये प्रति किलो की दर से हुई बेची जा रही है. 800 से रजाई की कीमत शुरू होकर 2000 तक पहुंचती है. लोग अपने हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

