बेरमो.
जारंगडीह स्थित एटक कार्यालय में बुधवार को धूमधाम से मजदूर दिवस मनाया गया. मुखिया विश्वनाथ महतो ने झंडोत्तोलन किया. इसके बाद शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर शिकागो के शहीद हजारों मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गयी. मौके पर झारखंड एटक के कार्यकारी अध्यक्ष सह जेबीसीसीआइ सदस्य लखन लाल महतो ने कहा कि मई दिवस 2024 देश में 18वीं लोकसभा के लिए चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान आया है. ट्रेड यूनियनों को सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. ट्रेड यूनियनें कॉरपोरेट पक्षीय नीतियों का विरोध करने वाली अग्रणी ताकतें हैं. श्रम सुधारों के नाम पर चार श्रम संहिता को लागू करने की कोशिश अभी तक नाकाम रही है. आगे भी इसे निरस्त कराने तक लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि जीएसटी के कारण एवं कोरोना काल में लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवायी. स्टार्टअप ने पिछले दो सालों में लगभग पचास हजार से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया. बेरोज़गारी तेजी से बढ़ रही है. कोयला ब्लॉक आवंटन में तेजी आयी है. एमडीओ एवं रेवेन्यू शेयरिंग में खदानें दी जा रही हैं. कॉमर्शियल माइनिंग की शुरुआत हो गयी है. औने-पौने दामों में सार्वजनिक क्षेत्र बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों को बेचे जा रहे हैं. यूनियन के सुजीत कुमार घोष, नवीन कुमार विश्वकर्मा, गणेश प्रसाद महतो, सुरेश शर्मा, मथुरा सिंह यादव ने भी अपने-अपने विचार रखे. अध्यक्षता ज़ोनल अध्यक्ष सीएस झा ने की. मौके पर सुरेश कुमार शर्मा, एस के आचार्या, बलराम नायक, देवाशीष रजवार, रामदास केवट, यदु उरांव, रामेश्वर गोप, परण महतो, मदन गोप, खुबाली मंडल, द्वारिका प्रजापति, मदन लाल यादव, नागेश्वर गोप, के के रवाणी, मोबिन अंसारी, कोमल महतो, राज कुमार यादव, विनोद रजक, सुनील कुमार सिन्हा, पप्पू पाठक सहित कई अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है