राकेश वर्मा, बेरमो, नावाडीह प्रखंड के चिरुडीह स्थित आइटीआइ कॉलेज में इसी सत्र से पढ़ाई शुरू होगी. यहां के नामांकित विद्यार्थी चास स्थित आइटीआइ में पढ़ रहे थे. चास में 164 ट्रेनिज इलेक्ट्रिशियन, फीटर, इलेक्टऑनिक्स, मैकेनिक, मैकेनिक,डीजल और स्विंग टेक्नोलॉजी ट्रेड की ट्रेनिंग ले रहे थे. इनमें से 30 विद्यार्थी नावाडीह स्थित आइटीआइ में शिफ्ट कर गये हैं, जिनका अभी कोर्स पूरा नहीं हुआ है. नावाडीह के कॉलेज में 12 शिक्षक और कर्मी भी प्रतिनियुक्त कर दिये गये हैं. इस साल नये सत्र के लिए यहीं नामांकन होगा. इसके लिए प्रचार-प्रसार चल रहा है. मालूम हो कि दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के प्रयास से नावाडीह में तीन साल पहले 50 करोड़ रुपये की लागत से आइटीआइ कॉलेज का भवन बना था. कॉलेज की चहारदीवारी व अप्रोच रोड के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार भवन बनने के बाद तीन साल तक बिजली कनेक्शन सहित अन्य छोटे-छोटे काम नहीं हुए थे. इसके कारण यहां पढ़ाई शुरू नहीं हो पायी थी. नामांकन के समय कहा गया था कि छह माह के अंदर नावाडीह में पढ़ायी शुरू हो जायेगी. लेकिन दो सत्र बीत गया और यहां के विद्यार्थियों को चास में पढ़ाई करनी पड़ी. 50 किमी दूर चास जाने में परेशानी उठानी पड़ी. प्रभारी प्राचार्य विजय बेदिया ने कहा कि नावाडीह आइटीआइ कॉलेज में इलेक्ट्रिशियन, फीटर, वेल्डर, डीजल मैकेनिक, इलेक्टॉनिक्स, मैकेनिक आदि ट्रेड में प्रशिक्षण की व्यवस्था है. इच्छुक विद्यार्थी ऑन लाइन एडमिशन ले सकते हैं.
तेनुघाट व कसमार के आइटीआइ कॉलेजों में भी जल्द पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद
इधर, तेनुघाट व कसमार में बने आइटीआइ कॉलेज के भी जल्द पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद है. राज्य के मंत्री व गोमिया के विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि इस संबंध में दो माह पहले श्रम मंत्री व श्रम विभाग को पत्र लिखा है. उन्होंने आश्वासन दिया है. मालूम हो कि तेनुघाट में वर्ष 2009 में आइटीआइ कॉलेज बनाने की स्वीकृति दी गयी थी. तत्कालीन विधायक माधवलाल सिंह ने इसके लिए अपने स्तर से काफी प्रयास किया था. वर्ष 2014 में करोड़ों की लागत से आइटीआइ कॉलेज बन कर तैयार हो गया. लेकिन 11 साल बाद भी यहां पढ़ाई शुरू नहीं की जा सकी है. फिलहाल तीन-चार साल से यहां मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत कौशल विकास केंद्र चल रहा है. गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो ने अपने कार्यकाल के समय कहा था कि तेनुघाट व कसमार में बन कर तैयार आइटीआइ कॉलेज का उद्घाटन जल्द हो जायेगा. इसके लिए तत्कालीन श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सहमति भी दी थी. लेकिन कोरोना संक्रमण काल के कारण अंतिम समय में कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है