नागेश्वर, ललपनिया : गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत का आदिवासी गांव मोढा झुमरा पहाड़ के तलहटी में बसा है. इस गांव में आवागमन के लिए ना ही सुदृढ़ पथ है और ना ही पेयजल की सुविधा. पूर्वजों द्वारा एक किमी दूर एक नाले में बनाये गये डाड़ी-चुआं से गांव की महिलाएं पीने का पानी लाती हैं. गर्मी के दिनों में बर्तन भरने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है.
चारों ओर से जंगल से घिरे इस गांव में लगभग 30 परिवार रहते हैं. आज तक जिला प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा गांव तक पहुंच पथ का निर्माण नहीं कराया गया. गांव जाने के दौरान बसफोरवा नदी पड़ता है और इस पर पुल नहीं बनने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है. वर्षा के दिनों में गांव के लोगों को संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में मनरेगा कूप बनाया गया है. लेकिन गर्मी के दिनों में यह सूख जाता है. गांंव में चापाकल नहीं लगा है. गांव के विकास के प्रति प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं है.समस्याओं का जल्द समाधान किया जायेगा : मंत्री
स्थानीय विधायक सह पेयजल स्वच्छता सह उत्पाद मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि मोढा गांव की समस्याओं का जल्द समाधान किया जायेगा. बसफोरवा नदी में पुल बनेगा तथा पानी की समस्या दूर होगी. इस संबंध में बोकारो उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा. गोमिया बीडीओ महादेव कुमार महतो ने कहा कि जल्द मोढा गांव का दौरा कर समस्याओं की जानकारी लेकर जिला प्रशासन को अवगत करवाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है