बेरमो. कोल इंडिया की विभिन्न अनुषंगी कंपनियों से सेवानिवृत्त हुए लगभग 30 हजार कोलकर्मियों का अभी तक पेंशन रिवाइज नहीं हुआ है. सेवानिवृत्त कर्मी एरिया व परियोजना ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं. मालूम हो कि राष्ट्रीय कोयला वेतनमान समझौता-11 की अवधि एक जुलाई 2021 से शुरू हुइ थी. जबकि एनसीडब्ल्यूए-11 का एग्रीमेंट 20 मई 2023 को हुआ था तथा कोलकर्मियों को एनसीडब्ल्यूए-11 का बढ़ा हुआ वेज का भुगतान जून 2023 से मिलना शुरू हुआ था. इसलिए जुलाई 2021 से लेकर जून 2023 तक सेवानिवृत्त हुए कोल कर्मियों को पेंशन रिवाइज का लाभ अभी तक नहीं मिला है. इन्हें 24 माह की रिवाइज पेंशन का लाभ मिलना है.
जानकारी के अनुसार सीएमपीएफ का जो पैसा कटा है, वह कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों के रेगुलर कर्मियों तथा जुलाई 2021 से लेकर जून 2023 तक की अवधि में सेवानिवृत्त हुए कर्मियों का अलग-अलग कर भेजना था. सीएमपीएफ ऑर्गेनाइजेशन ने कोल इंडिया की विभिन्न कंपनी प्रबंधन से ऐसा कहा था. लेकिन सभी ने रेगुलर व सेवानिवृत्त कर्मियों का एक साथ स्टेटमेंट सीएमपीएफ को भेज दिया. इस पर सीएमपीएफ की ओर से कहा गया कि ऐसे में यह कैसे पता चलेगा कि जुलाई 2021 से लेकर जून 2023 तक कितने कर्मी सेवानिवृत्त हुए. सीएमपीएफओ का कहना है कि क्लेम आयेगा, तभी भुगतान संभव हो पायेगा.यूनियन नेताओं ने कहा
कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों ने रिवाइज पेंशन क्लेम भेजने में देर की. कई ने अभी तक भेजा भी नहीं है. बहरहाल जितना भी क्लेम सीएमपीएफओ में भेजा जा चुका है, उसका तो भुगतान शुरू हो. कोल सचिव का भी सख्त निर्देश है कि जो भी पेंशन क्लेम आता है, उसका भुगतान एक माह के अंदर करें.डीडी रामानंदन, सीटू नेता व जेबीसीसीआइ सदस्यकोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों के प्रबंधन द्वारा इस मामले पर गंभीरता से पहल करना चाहिए तथा मामले का निपटारा करना चाहिए.
लखनलाल महतो, एटक नेता व जेबीसीसीआइ सदस्यकई कंपनियों से रिवाइज पेंशन का क्लेम सीएमपीएफ चला गया है. इसलिए भुगतान शीघ्र शुरू करना चाहिए, क्योंकि पेंशनधारी परेशान हैं.नाथुलाल पांडेय, एचएमएस नेता व जेबीसीसीआइ सदस्य
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