डीपीएस-चास की निदेशक/प्रधानाचार्या डॉ मनीषा तिवारी ने अतिथियों का स्वागत पौधा प्रदान कर किया. शिक्षा के प्रभाव को अधिकतम करने व छात्रों की सीखने में रुचि व प्रेरणा को बढ़ावा देने के लिए कई नयी रणनीतियों पर विचार किया गया. सीबीएसई अपडेट, अपार आइडी, यूडीआईएसई डेटा, अंतर-विद्यालयीय गतिविधियों पर चर्चा हुई. डॉ गंगवार ने ‘पुनः सीखने’ पर भी ध्यान केंद्रित किया, जहां शैक्षिक अधिगम की प्रक्रिया में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए नवीनतम तरीकों को आत्मसात करने के लिये आवश्यक कौशल का अधिक से अधिक अभ्यास करना चाहिए.
सीबीएसई सफल परीक्षा का आयोजन सभी विद्यालयों के लिए अनिवार्य : डॉ गंगवार
डॉ गंगवार ने बताया : सीबीएसई वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा, जिनकी तिथियां पहले ही जारी की जा चुकी हैं. स्कूल छात्रों की सहायता करें, ताकि वे परीक्षाओं में सर्वोत्तम प्रदर्शन करें. सीबीएसई सफल परीक्षा का आयोजन सभी विद्यालयों के लिए अनिवार्य है और विद्यालयों को वीर गाथा पहल को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित करना चाहिए. सहोदया के महासचिव विश्वजीत पात्रा, कोषाध्यक्ष अभिषेक कुमार, डीएन. प्रसाद, आरएल यादव, पी शैलजा जयकुमार, बृज मोहन लाल दास, रणजीत कुमार, सुमन नांगिया, आजाद कुमार, सिस्टर नीलिमा, राजेंद्र कामत, संजीव कुमार, रणजीत भारती, शर्मिला सिंह, प्रीति कुमारी, प्रह्लाद कुमार लोकेश, कामता प्रसाद, मनोज कुमार, अक्षत गुप्ता उपस्थित थे. सहोदय की एकता, सहयोग व उत्कृष्टता की भावना की पुष्टि की गयी. नवीनतम शिक्षण रणनीतियों को अपनाने पर बल दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

