Jharkhand Village News: कसमार (बोकारो), दीपक सवाल-झारखंड में ‘रावण की नगरी’ लंका बेहद खास गांव है. चंदनकियारी का ये गांव कई मामले में अन्य गांवों से अलग है. न सिर्फ इसका नाम लंका त्रेतायुग की याद ताजा करता है, बल्कि रावण की नगरी की यादें जीवंत हो उठती हैं. इतना ही नहीं, यह गांव पुलिसवालों के गांव के रूप में भी प्रसिद्ध है. सामूहिक एकता और संस्कृति के लिए भी प्रतिबद्ध है. सबसे खास ये कि इस लंका में रावण और विभीषण भी हैं और दोनों सगे भाई भी हैं. हालांकि रामायण काल से इस गांव का दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है.
इस गांव में 40 से अधिक हैं पुलिसवाले
लंका के 40 से अधिक पुलिसवालों में एक दारोगा (दलगोविंद महतो), तीन हवलदार समेत बाकी युवक-युवतियां सिपाही हैं. मनभूल महतो की तरह अन्य कई घरों में दो या तीन भाइयों अथवा भाई-बहनों ने सफलता पायी है. अशोक महतो, चिंतामणि महतो एवं दिवाकर महतो भाई-बहन हैं और तीनों पुलिस की नौकरी में हैं. नारायण महतो, विश्वजीत महतो और आंनद महतो (तीनों भाई) भी पुलिस में हैं. रावण महतो और विभीषण महतो (दोनों भाई), रघुनंदन महतो व अश्विनी महतो (दोनों भाई), गौउर महतो व निताय महतो (दोनों भाई) भी पुलिस में हैं. इसी तरह महेंद्र महतो, अंबुज महतो, रेणुका महतो, त्रिलोचन महतो, अनंथ महतो, अश्विनी महतो, परीक्षित महतो, लक्ष्मी महतो, राजू महतो, विष्णु महतो, नमिता महतो, ज्योत्सना महतो, महिन्दी गोराई, देवेंद्रनाथ महतो, विश्वनाथ महतो, मानिकचंद्र महतो, पंकज महतो, उमेश महतो, माणिक महतो, निवारण महतो समेत अन्य कई युवक-युवतियां पुलिस की नौकरी में हैं. मानिकचंद्र महतो पुलिस की नौकरी छोड़कर शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Jharkhand Village: झारखंड का अनोखा गांव, जहां ‘सोलह आना कमेटी’ की ताकत जान रह जाएंगे दंग
शिक्षक से लेकर डॉक्टर तक हैं इस गांव में
पुलिस ही नहीं, इस गांव के लोग शिक्षक, एयरफोर्स, रेलवे, डॉक्टर समेत कई पदों पर हैं. विकास कुमार महतो, शशांक शेखर महतो, करमचांद महतो हाईस्कूल में शिक्षक एवं नागेश्वर महतो, रतिकांत महतो, जितेंद्र महतो, मानिकचंद्र महतो व शकुंतला महतो प्राथमिक शिक्षक हैं. तपन महतो एवं सूर्यनारायण महतो एयरफोर्स में हैं. रेलवे में शिव प्रसाद महतो, सपन चंद्र महतो, शब्बीर अंसारी और गिरधारी गोराई ने नौकरी हासिल की है, जबकि शरदचंद्र महतो एवं भगवान महतो ने डॉक्टर बनकर गांव का मान बढ़ाया है. भादुरी महतो, मानिक महतो और मुस्ताक अंसारी पशु चिकित्सक के तौर पर सेवारत हैं.
पुलिस में हैं रावण और विभीषण महतो
रावण महतो और विभीषण महतो दोनों भाई हैं. लंका के रहनेवाले हैं. दोनों पुलिसकर्मी हैं. रावण महतो झारखंड जगुआर में हैं. विभीषण महतो जिला बल में हैं. दोनों भाइयों ने एएसआई की ट्रेनिंग ली है. फिलहाल पोस्टिंग नहीं मिली है. इन्हें पोस्टिंग का इंतजार है.
ये भी पढ़ें: झारखंड में भी है ‘रावण की नगरी’, रामायण काल से अलग कलाकारों का है गांव, इनका झूमर देखने उमड़ती है भी
सोहराय पर लंका में लगता है 24 घंटे का मेला
समाजसेवी सह शिक्षक विकास कुमार महतो कहते हैं कि सोहराय (बांदना पर्व) के अवसर पर लंका गांव में 48 घंटे का बड़ा मेला लगता है. बड़ी संख्या मं लोग यहां जुटते हैं. फुटबॉल टूर्नामेंट में झारखंड और पश्चिम बंगाल की 16 टीमें भाग लेती हैं. टूर्नामेंट की विशेषता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विजेता और उपविजेता को साढ़े तीन लाख रुपए तक का पुरस्कार दिया जाता है.
ये भी पढ़ें: Jharkhand Village Story: झारखंड में यहां है पुलिसवालों का गांव, शिबू सोरेन के एक फैसले ने बदल दी थी किस्मत
लंका राजस्व गांव की आबादी (2011 की जनगणना)
एससी 0163
एसटी 0009
अन्य 2256
कुल 2478
ये भी पढ़ें: Jharkhand Village: झारखंड का एक खास गांव, जहां हर घर में सरकारी नौकरी, रेलकर्मियों के लिए है फेमस