बोकारो. चिलचिलाती गर्मी से बोकारो वासियों को कोई राहत नहीं मिल रही है. लगातार तापमान 40 से 42 डिग्री के बने रहने के कारण लोगों को हाल-बेहाल है. हीट वेब के कारण चास अनुमंडल अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन की ओर से दो कमरों को हीट वेब वार्ड बना दिया गया है. लू की शिकायत वाले मरीजों का हीट वेब वार्ड में इलाज किया जा रहा है. रोजाना दस से 15 मरीजों को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. मरीजों को राहत पहुंचने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है.
बता दें कि कैंप दो सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल चास, अनुमंडल अस्पताल बेरमो, अनुमंडल अस्पताल तेनुघाट, रेफरल अस्पताल जैनामोड़ सहित 117 पीएचसी व सीएचसी अस्पतालों में रोजाना मरीजों को आरआरएस व जीवन रक्षक दवा दी जा रही है. पर्याप्त मात्रा में स्लाइन अस्पताल में रखा गया है. सरकारी अस्पतालों में स्पेशल बेड बनाया गया है. जिसमें लू लगनेवाले मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है. सीएस डॉ दिनेश कुमार ने निजी अस्पतालों को लू से बीमार मरीजों को गर्मी से निजात के लिए निर्देश दिये है. चास अनुमंडल अस्पताल के डॉ आयुषी सिंह ने आमलोगों को लू से सावधान रहने की सलाह दी.गर्मी से राहत पाने की जुगत लगा रहे बोकारोवासी
बढ़ते तापमान से राहत पाने के लिए बोकारोवासी ओआरएस, दही लस्सी, इख का रस, बेल का रस, पके हुए आम का रस, जीरा पानी सहित अन्य कई तरह के पेय पदार्थ का उपयोग कर रहे है. बोकारो जिला में रोजाना 15 हजार पैकेट ओआरएस की खपत हो रही है. गर्मी से बचने के लिए बोकारो वासी खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा का भी प्रयोग कर रहे है. हर तरह से गर्मी से राहत पाने के जुगत बोकारोवासी लगा रहे है. सुबह सात बजते ही धरती तपने लगती है. गर्म हवा चलने लगती है. जरूरी काम से ही लोग घर से निकल रहे है. बच्चे घर से ही ऑनलाइन क्लास कर रहे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है