समूह की पदाधिकारियों ने बताया कि उन पर कमीशन राशि नहीं देने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि अब-तक राशि की निकासी ही नहीं हुई है. उनका कहना है कि सरकार की नयी गाइडलाइंस के अनुसार अब समूह की राशि निकासी के लिए अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के साथ-साथ सभी सदस्यों के हस्ताक्षर आवश्यक हैं. लेकिन, सीओ के हस्तक्षेप और निर्देश के बावजूद कुछ सदस्यों ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण कमीशन की राशि अब तक अवरुद्ध है. पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि 13 जुलाई 2024 को कुछ सदस्यों ने जबरन एक-एक पैकेट चावल का उठाव कर लिया था, जिसका वीडियो प्रमाण मौजूद है. उन्होंने कहा कि उनके स्तर से किसी प्रकार की वित्तीय या प्रशासनिक गड़बड़ी नहीं की गयी है. इसके साथ ही पदाधिकारियों ने बताया कि सदस्य पूनिया देवी (पति – प्यारी महतो) का निधन सितंबर 2024 में हो गया था. उनके स्थान पर उनकी पुत्रवधू सुमन देवी को सदस्य बनाने का दबाव बनाया जा रहा है, जबकि जेएसएलपीएस के नियमों में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि मृत सदस्य के स्थान पर उसके परिजन को स्वतः सदस्य बनाया जाए. अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि यदि समूह के कुछ सदस्य इसी तरह असहयोग का रवैया अपनाते रहे, तो सभी पुराने सदस्यों को हटाकर नए सदस्यों को जोड़ा जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि समूह के द्वारा संचालित पीडीएस दुकान को लेकर अब-तक किसी भी कार्डधारक ने कोई शिकायत नहीं की है. पूरा विवाद कुछ सदस्यों की आपसी अनबन के कारण उत्पन्न हुआ है.
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