महुआटांड़, महुआटांड़ क्षेत्र के बड़कीपुन्नू गांव में सोमवार की देर रात को आधा दर्जन हाथियों ने खूब उत्पात मचाया. हाथियों ने सबसे पहले रोशनलाल साव के कच्चे घर को ध्वस्त कर दिया. घर में मौजूद पांच लोग घर के कोठे में जाकर किसी तरह अपनी जान बचायी. इसके बाद हाथियों ने कृष्णा प्रसाद और सेराज अंसारी के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथी इन घरों में रखा चावल, आलू और प्याज भी खा गये. हाथियों ने धमधमिया सहित कई जगहों पर चहारदीवारी भी गिरायी है. इधर, बड़कीपुन्नू गांव में देर रात को हाथियों के आने की सूचना मिलते ही ग्रामीण जाग गये और जान माल की क्षति की आशंका के मद्देनजर सजग रहे. लगभग ढाई बजे हाथी गांव से निकल कर जंगल की ओर चले गये. जानकारी के अनुसार हाथियों का यह झुंड आठ दिनों से क्षेत्र में सक्रिय है. लुगू पहाड़ की तलहटी चोरगावां और केंदुआ टोला के जंगलों में रहते हुए इधर एक सप्ताह में कई घरों और सरकारी स्कूल भवन आदि को क्षति पहुंचा चुका है.
कैम्पर वाहन दो महीने से खराब, कैसे खदेड़े जायेंगे हाथी
विडंबना की बात है कि दो महीने से वन विभाग का कैम्पर वाहन खराब पड़ा हुआ है, जो हाथियों को खदेड़ने में इस्तेमाल होता है. कैम्पर वाहन के खराब रहने के कारण हाथी भगाओ दल और स्थानीय वन सुरक्षा समिति निष्क्रिय है. कई बार पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने के बाद भी कैम्पर वाहन की मरम्मत नहीं करायी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

