36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

बोकारो में भू-अर्जन से नहीं मिला मुआवजा, खुद ही घर तोड़ने पर मजबूर हैं रैयत

बोकारो में भू-अर्जन से रैयतों को मुआवजा नहीं मिला है. इस कारण वे खुद ही घर तोड़ने पर मजबूर हैं. सीओ ने कहा कि जल्द समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.

जैनामोड़ (बोकारो), विप्लव सिंह: झारखंड के बोकारो जिले के जैनामोड़-गोला फोरलेन नेशनल हाइवे के निर्माण करने के लिए जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया धीमी है. जहां जरीडीह अंचल में भूमि अधिग्रहण अभी तक पूरा नहीं किया गया है. वहीं अभी तक रैयत अपने मुआवजा के लिए भू-अर्जन कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. यह स्थिति तब है जब फोरलेन निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहा है. निर्माण कार्य एनजी प्रोजेक्ट द्वारा किया जा है. जहां जरीडीह प्रखंड के कल्याणपुर व कोचागोड़ा गांव के रैयतों को भू-अर्जन से घर का मुआवजा नहीं मिला हैं. वहां कार्य में बाधा बना हुआ है. इसके चलते अब रैयत भी मजबूर होकर खुद अपने घर को तोड़ रहे हैं.

जमीन का पैसा मिला है, घर का देने का सिर्फ आश्वासन मिला है
रैयतों का कहना हैं कि भू-अर्जन विभाग ने पैसा किस हिसाब से दिया हैं यह पता नहीं. रैयतों का कहना हैं कि सिर्फ जमीन का ही पैसा मिला है, घर का देने का आश्वासन मिला है. कई बार भू-अर्जन के कार्यालय जा चुके है. कार्यालय में अधिकारियों का कहना है कि पैसा मिल जायेगा, लेकिन कब मिलेगा इसकी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं. वहीं एनएचएआइ द्वारा सभी रैयतों का जमीन व घर का मुआवजा भू अर्जन को दिया जा चुका है. वहीं रैयत यह सोच कर खुद घर तोड़ रहे कि, ईंट, अल्बेस्टर समेत दरवाजा व खिड़की का उपयोग दूसरे जगह घर बनाने में किया जा सके. इधर कल्याणपुर निवासी रैयत सोनिया देवी, रामप्रसाद मांझी, मंगरमुनी, बिगन मुर्मू भी सड़क निर्माण में अपने घर टूटने के मुआवजा लेने के लिए भू-अर्जन कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. उन लोगों का कहना हैं कि वे अत्यंत गरीब है बार-बार भू अर्जन कार्यालय जाना महंगा पड़ रहा है.

क्या कहते हैं अधिकृत भूमि के रैयत
कोचागोड़ा के राजबल मुर्मू ने कहा कि जमीन का पैसा मिल गया है, लेकिन भू अर्जन द्वारा अभी तक घर का पैसा नहीं दिया गया है. भू अर्जन कार्यालय का चक्कर लगा चुका हूं, लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. जो घर मे काम लायक सामान है, उसे खुद तोड़ रहे हैं.

घर का नहीं मिला है पैसा
कल्याणपुर के रथुराम मांझी ने कहा कि जमीन का पैसा मिल गया है, समझ में नहीं आ रहा है कि घर का कब मिलेगा. कई बार भू-अर्जन कार्यालय जाकर अधिकारियों से जानकारी ली, पता चला कि जमीन का ही मुआवजा मिला है, घर का बाकी है. यह कब मिलेगा, इसकी जानकारी कोई नहीं दे पा रहा है.

फोरलेन में चल रहा हैं यह काम
एनएचएआइ के तहत बांधडीह से रामगढ़ जाने वाली लगभग 62 किलोमीटर टू लेन सड़क को फोरलेन में बदला जा रहा है. यह सड़क गोला से होते हुए ओरमांझी तक जायेगी. यानी बांधडीह से रांची तक फोरलेन सड़क हो जाएगी, वह भी ओरमांझी होकर इससे रांची की दूरी लगभग 30 किलोमीटर कम हो जाएगी. हाइवे के चौड़ीकरण का काम एनजी प्रोजेक्ट द्वारा जैनामोड से गोला 23 किलोमीटर तक किया जायेगा. इसमें चौड़ीकरण से लेकर ओवरब्रिज, अंडरपास, बाइपास आदि शामिल है.

जल्द समाधान कर दिया जायेगा मुआवजा
जरीडीह के सीओ प्रणव ऋतुराज ने कहा कि घर से संबंधित जो भी मुआवजे का मामला है, वह भू-अर्जन का है. घर के मुआवजा का भुगतान भू-अर्जन की टीम करती है. अगर रैयतों को दिक्कत हैं, तो इसे जल्द समाधान कर मुआवजा दिया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें