बोकारो, झामुमो बोकारो जिला समिति व महानगर समिति के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को बिरसा चौक-नया मोड़ पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. झामुमो के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित की. झामुमो जिलाध्यक्ष रतन लाल मांझी ने कहा कि शिबू सोरेन आदिवासी और मूलवासी के दिलों में बसते हैं. उन्होंने आदिवासियों के अस्तित्व के लिये महाजन प्रथा के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी.
दिशोम गुरु के लंबे संघर्ष के बाद ही झारखंड राज्य का निर्माण संभव हो पाया : मंटू
झामुमो बोकारो महानगर के अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा कि शिबू सोरेन केवल एक नाम नहीं, बल्कि वे झारखंड के जल, जंगल, नदी, पहाड़ व यहां के लोगों के दिलों में राज करने वाले नेता थे. उन्होंने हमेशा आदिवासी, दलित, पिछड़े वर्ग और शोषित, पीड़ित, मजदूरों के लिए लड़ाई लड़ी. उनके लंबे संघर्ष के बाद ही झारखंड राज्य का निर्माण संभव हो पाया. बोकारो के साथ शिबू सोरेन के विशेष लगाव को याद करते हुए कहा कि उन्होंने बोकारो के मजदूरों, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों और विस्थापितों को अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ी. उन्हीं के कारण लेवाटांड़ गांव और छुरछुरिया बस्ती आज सुरक्षित हैं.
गुरुजी का निधन अपूरणीय क्षति
सभा में उपस्थित सभी नेताओं ने कहा कि शिबू सोरेन का जीवन राज्य निर्माण की आकांक्षा और सामाजिक न्याय की लड़ाई का प्रतीक रहा है. उनका निधन राज्य, राष्ट्र और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उपस्थित लोगों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. झामुमो के केंद्रीय सदस्य संतोष रजवार, हीरालाल मांझी, जयनारायण महतो, अशोक मुर्मू, बीके चौधरी, मुकेश महतो, संजय केजरीवाल, मोहन मुर्मू, घुनू हांसदा, हसन अंसारी, विजय रजवार, फिरदौस अंसारी, फैयाज खान, रामदयाल सिंह, प्रमोद तापड़िया, भागीरथ शर्मा, चंदू सिंह मुंडा, आकाश टुडू सहित दर्जनों उपस्थित थे.
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