कसमार, गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि मेला हमें एक-दूसरे से जुड़ने का अवसर देता है. भारत में सदियों से मेला की परंपरा चली आ रही है और इसका अपना एक अलग ही सामाजिक महत्व है. खैराचातर में सुरेश जायसवाल की स्मृति में पिछले 25 वर्षों से आयोजित प्रहरी मेला ने भी सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता के क्षेत्र में एक लंबी लकीर खींची है. आयोजन समिति इसके लिए बधाई के पात्र हैं. ये बातें सांसद ने रविवार की रात को प्रहरी मेला के छठे दिन आयोजित आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही. श्री चौधरी ने कहा कि इस मेला के बहाने लोगों को स्वर्गीय जायसवाल को याद करने और सामाजिक जिम्मेदारियां को निभाने की प्रेरणा मिलती है.
इन्होंने किया संबोधित
विशिष्ट अतिथि मांडू विधायक निर्मल महतो ने कहा कि पिछले 25 वर्षों से सात दिवसीय इस मेला का भव्य और ऐतिहासिक आयोजन इस बात को साबित करता है कि इस मेला के प्रति लोगों का गहरा लगाव जुड़ा हुआ है. कार्यक्रम को गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो ने भी संबोधित किया. इससे पहले अतिथियों ने स्वर्गीय जयसवाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
गीत-संगीत पर झूमे लोग
इधर, आर्केस्ट्रा कार्यक्रम में नागपुरी के गायक क्यूम रूमानी, बंगाल की बुल्टी सिंह व रामगढ़ की प्रियंका शर्मा ने साथी कलाकारों के साथ देर रात तक गीत-संगीत से दर्शकों को सराबोर कर दिया. लोग घंटो झूमते-थिरकते रहे. संचालन पंकज कुमार जायसवाल ने किया.
ये थे मौजूद
मौके पर माले नेता शकुर अंसारी, आजसू प्रखंड अध्यक्ष महेंद्रनाथ महतो, पूर्व मुखिया विष्णुचरण महतो, डॉ जीतलाल महतो, उमेश कुमार जायसवाल, सूरज जायसवाल, विनोद महतो रसलीन, मेला कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम महतो, व्यवस्थापक रामसेवक जायसवाल, संयोजक पंकज कुमार जायसवाल, अशोक कुमार सिंह, राजेश कुमार राय, कपिलेश्वर महतो, सौरभ कुमार रॉय (मोंटी), रोमेल अंसारी, किशोर कांत, सुफलचंद्र महतो, महेंद्र कुमार नायक, राहुल कुमार महतो आदि मौजूद थे.
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