कसमार, कसमार प्रखंड स्थित पोंडा पंचायत के कमलापुर में फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान 25 से 30 एकड़ धान की खेती बर्बाद होने के आठ माह बाद भी मुआवजा नहीं दिए जाने पर मंगलवार को रैयतों ने प्रदर्शन किया. पोंडा पंचायत के मुखिया हारू रजवार के नेतृत्व में रैयतों ने कार्यस्थल पर प्रदर्शन कर जल्द मुआवजा भुगतान की मांग की. प्रदर्शन की सूचना के बाद सड़क निर्माण कार्य कर रही एनजी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के अधिकारी संदीप पाल कमलापुर पहुंचे एवं रैयतों को बताया कि रामनवमी के बाद मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया जायेगा, लेकिन मुआवजा राशि की दर जानने के बाद उन्होंने लेने से मना कर दिया. रैयतों का कहना है कि प्रति डिसमिल 300 रुपये की दर से मुआवजा राशि भुगतान की बात कही गयी थी, लेकिन अभी जो सूची जारी हुई है, उसमें सिर्फ 200 रुपये डिसमिल की दर से ही भुगतान की बात की जा रही है. इस पर श्री पाल ने बताया कि अगर मुआवजा ज्यादा चाहिए, तो अंचल अधिकारी व कंपनी के अधिकारियों के साथ रैयतों की एक सप्ताह के अंदर वार्ता होगी. इसके बाद जो निर्णय होगा, उसी के अनुरूप कंपनी भुगतान करेगी.
एक सप्ताह का मिला था आश्वासन
रैयतों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान इस क्षेत्र के दर्जनों किसानों के धान खेत में लबालब पानी भर गया था. कुछ किसानों ने धनरोपनी भी कर दी थी, जिससे धान की फसल बर्बाद हो गयी थी. उस दौरान जब किसानों ने मुआवजा के लिए प्रदर्शन किया था तो एक सप्ताह के अंदर मुआवजा भुगतान की बात की गयी थी, लेकिन आठ माह गुजर जाने के बाद भी मुआवजा भुगतान नहीं हुआ है. प्रदर्शन में दीपन महतो, मनोज नायक, अजित नायक, बासुदेव नायक, महेंद्र नायक, भोला नायक, खालिद अंसारी, शाहनवाज अंसारी, लगनु महतो, कमल नायक, श्रवण कुमार नायक, सुधीर नायक, इबरार अंसारी, प्रदीप नायक आदि शामिल थे.
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