कसमार, कसमार प्रखंड के पिरगुल स्थित सामुदायिक भवन में शुक्रवार को कुड़मी समाज की बैठक की गयी. अध्यक्षता विजय महतो ने की, जबकि समाज के प्रमुख वक्ता दीपक पुनरिआर विशेष रूप से मौजूद थे. बैठक में बीते दिनों पिरगुल में आयोजित आदिवासी समाज के कार्यक्रम के दौरान आदिवासी नेत्री निशा भगत द्वारा कुड़मी समाज को लेकर की गयी कथित अभद्र टिप्पणी की सर्वसम्मति से कड़ी निंदा की गयी. वक्ताओं ने कहा कि ऐसे बयान समाज में विभाजन पैदा करते हैं. इसकी सामाजिक तौर पर कड़ी प्रतिक्रिया होनी चाहिए. दीपक पुनरिआर ने कहा कि कुड़मी समाज किसी का विरोध नहीं करता, लेकिन अपमान किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेगा. हमारा समाज शांत, मेहनतकश और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है. अब समय आ गया है कि हम स्वयं संगठित हों, अपनी नेगाचारी परंपराओं को मजबूत करें और अपने हक-अधिकार के लिए एकजुट आवाज उठाएं. हमने इतिहास में कभी किसी को नीचा नहीं दिखाया, लेकिन आज जो हमारे खिलाफ अनर्गल बातें कही गयी, उसका जवाब सामाजिक एकता और जागरूकता से दिया जायेगा. विजय महतो ने युवाओं से समाज के हित में आगे आने, सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने तथा सामाजिक सम्मान की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की. यह भी निर्णय लिया गया कि समाज की एकजुटता बढ़ाने के लिए 28 नवंबर को वार्षिक मिलन समारोह सह वनभोज आयोजित किया जाएगा. बैठक में मधुसूदन सांखुआर, चंद्रमोहन सांखुआर, मनोज कुमार महतो, नरेश महतो, गुरुप्रसाद, हीरालाल महतो, मुरारी महतो, छूटू राम, इन्द्रनाथ महतो, कमलेश्वर महतो, नागेश्वर महतो, लालजी महतो, पटेलराम महतो, दुर्गाचरण महतो, जगदीशचंद्र महतो समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे.
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