बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) के अधिकारियों ने गुरुवार को काला बिल्ला लगाकर कार्य. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के 11 अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्ति देने के खिलाफ आक्रोश जताया. सेफी के आह्वान पर बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (बोसा) के बैनर तले काला बिल्ला लगाकर अधिकारियों ने विरोध जताया. कहा कि इसका प्रभाव उत्पादन-उत्पादकता पर पड़ेगा.
बोसा अध्यक्ष एके सिंह अधिकारियों के बीच पहुंचे और एकजुटजता बनाये रखने की अपील की.श्री सिंह ने कहा कि काला बिल्ला आंदोलन सफल रहा. अधिकारियों ने एकजुटता का परिचय दिया. श्री सिंह ने आंदोलन की सफलता के लिये अधिकारियों के प्रति आभार जताया. अधिकारियों को समय से पहले सेवानिवृत्ति दे दी गयी है. इससे अधिकारी आहत है. इससे अच्छे परिणाम नहीं मिलेंगे. प्रबंधन के फैसले से बीएसएल सहित सेल के अधिकारी टेंशन में है.
निर्णय पर पुर्नविचार करने की जरूरत : एके सिंह
बोसा अध्यक्ष श्री सिंह ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति लागू किये जाने की निंदा की. कहा कि सेल एक महारत्न कंपनी है, जिसे ग्रेट प्लेस टू वर्क से सम्मानित किया गया है. इसके पीछे सेल के कर्मठ कार्मिकों का निरंतर समर्पण व योगदान है. समयपूर्व अनिवार्य सेवानिवृत्ति के निर्णय से कार्मिकों का मनोबल गिरेगा, जिसका प्रभाव कंपनी के निष्पादन पर पड़ने की आशंका है. सेल प्रबंधन का यह निर्णय कार्मिकों को हतोत्साहित करने वाला है. इस निर्णय पर पुर्नविचार करने की जरूरत है, जिससे माहौल अच्छा बना रहे.
अधिकारियों के साथ हुआ है अन्याय : अजय पांडे
बोसा महासचिव अजय पांडे ने कहा कि बोकारो से संबंधित कोलियरी, प्लांट, नगर सेवा विभाग, प्रशासनिक भवन सहित सभी विभागों के अधिकारी ब्लैक बैच लगाकर 11 अधिकारियों के जबरन रिटायर करने के आदेश का विरोध करते हुए कार्य निष्पादन किये. कार्य प्रारंभ होने के पूर्व एकजुट होकर फोटो सूट कर अपने-अपने कार्य में सभी अधिकारी जुटे. कहा कि अधिकारियों के साथ अन्याय हुआ है. इससे मनोबल गिरेगा और हर फाइल को अब शक की निगाह से देखना पड़ेगा. कार्य क्षमता घटेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

