बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) ने गुरुवार को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है, जिसमें एक युवक की मृत्यु हो गयी. कहा कि घटना अत्यंत पीड़ादायक है. बीएसएल प्रबंधन ने शनिवार को इसको लेकर एक बयान जारी किया है. प्रबंधन की ओर से यह कहा गया कि यह सरासर अफवाह है कि बीएसएल अधिकारियों ने किसी भी प्रकार की हिंसा या टकराव का निर्देश दिया था. कहा कि विस्थापितों के मुद्दे को लेकर बीएसएल ने हमेशा संवेदनशील व सकारात्मक रुख अपनाया है. प्रबंधन ने सभी से शांति बनाये रखने व सभी मुद्दों के समाधान के लिए कानून सम्मत मार्ग अपनाने की अपील की.
तीन वर्षों में चरणबद्ध रूप से कराया गया अप्रेंटिसशिप
प्रबंधन ने कहा कि वर्ष 2017-18 में विस्थापितों के प्रतिनिधियों, राज्य प्रशासन व बीएसएल के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता हुआ था, जिसके तहत बीएसएल ने 1500 विस्थापितों को अप्रेंटिसशिप देने की सहमति प्रदान की थी. इसके तहत प्रशिक्षण भी दिया गया. तीन वर्षों में चरणबद्ध रूप से 500, 400 व 600 प्रशिक्षुओं के बैच में पूरा किया गया. यह प्रशिक्षण भारत सरकार के अप्रेंटिस एक्ट 1961 के तहत प्रदान किया गया.प्रशिक्षण के बाद प्रत्यक्ष रोजगार देने का कोई प्रावधान नहीं
यहां उल्लेखनीय है कि अप्रेंटिस एक्ट 1961 के तहत प्रशिक्षण के बाद प्रत्यक्ष रोजगार देने का कोई प्रावधान नहीं है. बावजूद इसके सीधी नियुक्ति की मांग की जाती रही है. पूर्व में बीएसएल ने विस्थापितों को रोजगार प्रदान किया था, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले के बाद उनकी प्रत्यक्ष भर्ती बंद कर दी गयी. इसके बावजूद बीएसएल ने प्रशिक्षुओं के हितों को ध्यान में रखते हुए लगातार प्रयास किये.भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव
बीएसएल, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की एक इकाई है. यहां भर्ती की प्रक्रिया सेल बोर्ड द्वारा निर्धारित नीति के अनुरूप होती है, जो देशभर में सेल के सभी संयंत्रों में समान रूप से लागू होती है. अप्रेंटिस प्रशिक्षण प्राप्त उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव किया गया, जिससे उनकी चयन दर में वृद्धि हुई. इससे अप्रेंटिस प्रशिक्षण प्राप्त उम्मीदवार लाभान्वित हुये.अनुबंध आधारित कार्यों में शामिल करने का निर्देश
बीएसएल के सभी मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) और विभाग प्रमुख (एचओडी) को निर्देशित किया गया कि वे प्रशिक्षित विस्थापित अप्रेंटिस को अपने-अपने विभागों में अनुबंध आधारित कार्यों में शामिल करने के प्रयास करें. तीन अप्रैल की घटनाएं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण थीं. एक अप्रैल को बीएसएल को प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिली, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों से संवाद स्थापित करने का प्रयास किया.
प्रत्यक्ष नियुक्ति की मांग मौजूदा दिशा-निर्देशों व नियमों के अंतर्गत नहीं
दो अप्रैल को औद्योगिक संबंध (आइआर) विभाग और विस्थापित अप्रेंटिस संघ के प्रतिनिधियों के बीच बैठक की गयी. लेकिन, प्रत्यक्ष नियुक्ति की मांग को मौजूदा दिशा-निर्देशों और कंपनी नियमों के अंतर्गत स्वीकार नहीं की जा सकी. तीन अप्रैल को बीएसएल ने कई बार प्रतिनिधियों को भेजकर प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की. सीजीएम (एचआर) प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में थे. बीएसएल में मुख्य महाप्रबंधक (एचआर) के रूप में कार्यरत हरि मोहन झा अपनी ईमानदारी, समर्पण व मृदुभाषिता के लिए जाने जाते हैं. साढ़े तीन दशकों से अधिक समय के अपने सेवा करियर में उन्होंने हमेशा गहरी जिम्मेदारी का परिचय दिया है.बीएसएल सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण व कानून सम्मत समाधान के लिए प्रतिबद्ध
बीएसएल सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण और कानून सम्मत समाधान के लिए प्रतिबद्ध है. कंपनी सभी नागरिकों से शहर में शांति बनाये रखने और बोकारो की गौरवशाली परंपरा को पुनः जीवंत करने में सहयोग देने की अपील करती है. यह आवश्यक है कि इस नाजुक समय में अफवाहों से बचा जाय और सभी विवादों को कानूनी और संगठनात्मक नीतियों के दायरे में रहकर सुलझाने का प्रयास किया जाय.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

