बोकारो, बैंक प्रायोरिटी सेक्टर में अधिकाधिक कार्य करें व स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के क्रेडिट लिंकेज पर विशेष ध्यान दे. बैंकिंग सेवाओं को अंतिम छोर पर खड़े जरूरतमंद तक पहुंचाना हम सबकी प्राथमिक जिम्मेदारी है. बैंकों से अपेक्षा की कि वे अपना दृष्टिकोण बदलें और समाज के कमजोर एवं पिछड़े वर्गों तक वित्तीय सहायता पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभायें. यह बातें उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहीं. वह गुरुवार को समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय साख समिति (डीएलसीसी) व जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक को संबोधित कर रहे थे. डीसी ने कहा कि बैंक नियमित रूप से विशेष शिविरों का आयोजन करें, ताकि पात्र लाभार्थियों को समयबद्ध तरीके से ऋण उपलब्ध कराया जा सके और सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंच सके. उन्होंने विशेष रुप से कृषि व शिक्षा ऋण को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया. मौके पर डीडीसी बोकारो शताब्दी मजूमदार, आरबीआइ के प्रतिनिधि गौरव कुमार, एलडीएम आबीद हुसैन, डीडीएम नाबार्ड फिलेमन बिलांग सहित विभिन्न बैंकों के समन्वयक व अन्य अधिकारी शामिल थे.
क्रेडिट रेशियो पर जतायी नाराजगी, लक्ष्य 40 प्रतिशत से कम ना हो
उपायुक्त ने विभिन्न बैंकों के साख अनुपात (क्रेडिट रेशियो) की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ बैंकों का साख अनुपात संतोषजनक नहीं है, जिस पर उन्होंने नाराजगी जतायी. उन्होंने निर्देश दिया कि बैंकों का साख अनुपात 40 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए. कहा कि संबंधित बैंक आगे की रणनीति व योजना बनाकर जल्द से जल्द प्रदर्शन में सुधार करें. अगली बैठक से इस पर अनौपचारिक बात नहीं होनी चाहिए.
महिला सशक्तीकरण पर दिया जोर
उपायुक्त ने स्वयं सहायता समूह (एसएसजी) को क्रेडिट लिंकेज कराने की प्रगति की समीक्षा की. महिलाओं और एसएचजी दीदीयों को ऋण उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है. मुद्रा योजना के तहत ऋण आवंटन में शिथिलता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उपायुक्त ने संबंधित बैंकों को अविलंब ऋण स्वीकृत करने का निर्देश दिया. वहीं, किसानों को अभियान चलाकर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना से अधिक से अधिक संख्या में लाभांवित करने को कहा. उन्होंने क्रमवार सभी बैंकों को अलग-अलग लक्ष्य एसएचजी समूहों के क्रेडिट लिंकेज के लिए दिया. कहा कि महिलाओं को सशक्त व मजबूत बनाना जिला प्रशासन का लक्ष्य है.वित्तीय समावेशन योजनाओं का सभी बैंक करें प्रभावी क्रियान्वयन
उपायुक्त ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, एमएसएमई ऋण, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, पीएमईजीपी, पीएमएफएमई आदि योजनाओं को लेकर बैंकों को अधिक सक्रिय रहने तथा लंबित आवेदनों का शीघ्र निष्पादन करने का निर्देश दिया. उन्होंने निर्देश दिया कि स्वीकृत ऋणों का वितरण तिथि निर्धारित कर किया जाए ताकि लाभुक समय पर राशि प्राप्त कर सकें. उन्होंने तीन अक्तूबर 25 से शुरू होने वाले विशेष शिविर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंकिंग सुविधा मुहैया कराने, छात्रवृति भुगतान को लेकर विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों का बैंक खाता खोलने-बैंक खाता का आधार से मैपिंग, केसीसी स्वीकृति आदि करने को कहा.बेहतर प्रदर्शन वाले बैंकों को होगा डिस्पले, कमजोर बैंकों लायें अविलंब सुधार
उपायुक्त ने सभी योजनाओं में अपेक्षित प्रगति लाने व बोकारो के विकास के लिए समर्पित कार्यों को करने वाले बैंकों को जिले के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स के माध्यम से प्रदर्शित करने, उन्हें सम्मानित करने की बात कहीं. वहीं, खराब प्रदर्शन वाले बैंकों को प्रदर्शन में अविलंब सुधार लाने को कहा.मौके पर विधायक बेरमो के प्रतिनिधि, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी एनएस कुजूर, जिला उद्योग विभाग सहित विभिन्न लाइन विभागों के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

