बोकारो रेलवे स्टेशन मोड़ के निकट 27 सितंबर को हुई थी घटना
बोकारो : बालीडीह थाना क्षेत्र के इस्लामपुर, मखदुमपुर निवासी मो हसन अली की मौत सड़क दुर्घटना में नहीं हुई थी. बल्कि उसके साथ मारपीट कर दो रेलवे कर्मी समेत तीन अभियुक्तों ने रेलवे की विभागीय कार से धक्का मारकर उसकी हत्या की थी.
अभियुक्तों ने इस मामले को दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर पुलिस के पहुंच जाने के कारण मामले का खुलासा हो गया. इस संबंध में सोमवार को स्थानीय बालीडीह थाना में दो अलग-अलग मामला दर्ज किया गया है. पहला मामला बालीडीह थाना के जमादार फिलीप सोरेन के बयान पर दर्ज किया गया है. दूसरा मामला मृतक के भाई मो जफर इकबाल ने दर्ज कराया है.
रेलवे कर्मचारी समेत तीन पर आरोप : दोनों मामले में सेक्टर तीन ए आवास संख्या 55 निवासी विनीत कुमार सिंह, बारी को-ऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट संख्या 507 निवासी चंद्रशेखर पाल व बालीडीह थाना क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी निवासी नंद किशोर को अभियुक्त बनाया गया है.
मृतक के भाई मो जफर इकबाल के अनुसार, पुलिस ने उन्हें 27 सितंबर की सुबह सूचना दी कि उनके छोटे भाई मो हसन अली 27 सितंबर की अहले सुबह पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन से बोकारो रेलवे स्टेशन उतर कर पैदल अपने घर जा रहे थे. इस दौरान रेलवे स्टेशन मोड़ पर एक वाहन की चपेट में आकर उनकी मौत हो गयी है. शव को बोकारो जेनरल अस्पताल में रखा गया है. धक्का मारने वाले रेलवे विभाग की कार (जेएच09एएम-7297) को जब्त कर तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
झगड़ा का बदला लेने के लिए कार से धक्का मारा : इस बात की सूचना पाकर मो. जफर बीजीएच गये. इस दौरान मृतक के शव को बीजीएच के मरचरी हाउस में रखवा दिया गया था. इसके बाद मो जफर बोकारो रेलवे स्टेशन गये तो जानकारी मिली कि उनके भाई मो हसन अली से अभियुक्तों का रेलवे स्टेशन के पास झगड़ा हुआ था.
इसके बाद जफर पैदल अपने घर जाने लगे. अभियुक्तों ने बदला लेने के लिए रेलवे की विभागीय कार होंडा एमेज (जेएच09एएम-7297) से रेलवे स्टेशन मोड़ के निकट जानबूझ कर हत्या करने की नीयत से धक्का मार दिया. अभियुक्तों ने इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया.
अंधेरा का फायदा उठाकर थाना से भाग गये अभियुक्त
दूसरी ओर बालीडीह थाना के जमादार फिलीप सोरेन ने मामला दर्ज कराते हुए बताया है कि दुर्घटना के दौरान बालीडीह की गश्ती दल पुलिस मौके पर पहुंच गयी. पुलिस ने अभियुक्तों को कार से एक पैदल यात्री को धक्का मारते देखा. अभियुक्तों की गाड़ी को रोक कर पुलिस ने जख्मी मो. हसन अली को उक्त गाड़ी से ही बीजीएच भेजवाया.
बीजीएच से लौटकर तीनों अभियुक्तों ने थाना में बताया कि जख्मी की मौत हो चुकी है. इसके बाद पुलिस अभियुक्तों को हिरासत में लेकर धक्का मारने वाली कार को जब्त करने की कार्रवाई में जुट गयी. पुलिस जबतक कार जब्त करने की कार्रवाई कर रही थी. इसी दौरान अचानक अंधेरे का फायदा उठाकर सभी अभियुक्त थाना से भाग गये.