बोकारो : बालीडीह थाना क्षेत्र के नरकरा निवासी चार शादीशुदा युवकों ने एक युवती के घर में घुस कर सात माह पूर्व सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता गर्भवती हो गयी तो आरोपियों की पत्नियों ने युवती को एक चिकित्सक के पास ले जाकर उसका गर्भपात करा दिया. इसके बाद युवती को गांव में लाकर बिना दवा दिये मरने के लिए छोड़ दिया.
घटना की प्राथमिकी सोमवार को पीड़िता के रिश्तेदार के आवेदन पर स्थानीय बालीडीह थाना में दर्ज की गयी है. मामले में ग्राम नरकरा निवासी जीतलाल मांझी, जगदीश मांझी, महादेव टूड्डू, परमेश्वर टूड्डू व सभी अभियुक्तों की पत्नी को अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चास जेल भेज दिया है.
कैसे हुई घटना : पीड़िता अपने एक रिश्तेदार के घर में रहती है. सात माह पूर्व सभी अभियुक्त पीड़िता के घर में प्रवेश कर हथियार का भय दिखा कर उसके घर में ही दुष्कर्म किया.
घटना की जानकारी देने पर पीड़िता के परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी. डर के कारण पीड़िता के परिवार के सदस्यों ने इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी. दुष्कर्म के कारण पीड़िता गर्भवती हो गयी. जब उसके पेट में सात माह का बच्चा विकसित हो गया तो लोक-लाज के कारण इस मामले का पंचायती भी हुआ.
पंचायत में भी कोई फैसला नहीं हो सका. कुंवारी युवती के सात माह की गर्भवती होने की खबर धीरे-धीरे क्षेत्र में आग तरह फैलने लगी. मामला दबाने के लिये अभियुक्तों की पत्नी विगत 22 अगस्त को पीड़िता को उसके घर से लेकर किसी डॉक्टर के पास गयी.
यहां ऑपरेशन कराकर बच्चा गिरा दिया गया. 24 अगस्त को चारों महिला पीड़िता को डॉक्टर के पास से रिलीज कराकर गांव लायी और घर के बाहर बीना दवा के छोड़ कर भाग गयी. घर में जब पीड़िता की स्थिति दयनीय हो गयी, तो रिश्तेदारों ने केस दर्ज कराया.