बोकारो : बोकारो एसपी कार्तिक एस ने कैंप दो स्थित अपने कार्यालय कक्ष में बुधवार को पत्रकारों को बताया कि 25 दिसंबर की रात को एसबीआइ प्रशासनिक भवन शाखा में हसन चिकना गिरोह ने 71 लॉकरों को काट कर 68 उपभोक्ताओं के करोड़ों रुपये के जेवरात व नकदी की चोरी कर ली थी. बोकारो के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी चोरी है़
प्रशासनिक भवन शाखा के लॉकरों को काटने की योजना हसन चिकना गिरोह ने वर्ष 2015 में ही तैयार की थी़ हथियार व गैस कटर लेकर इस शाखा की रेकी भी किया जा चुका था. लेकिन उस समय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरोह को सेक्टर चार थाना इलाके में लॉकर काटने के सामान के साथ पकड़ लिया था. गिरोह के सरगना हसन चिकना समेत उसके 10 सदस्यों को जेल भेजा था़
एसपी ने बताया कि लगभग छह माह पूर्व गिरोह के सभी सदस्याें को कोर्ट से जमानत मिल गयी थी. इसके बाद गिरोह ने योजना के तहत चोरी की घटना को अंजाम दिया. इस घटना में हसन चिकन समेत उसके गैंग के 11 अपराधी शामिल थे़ पांच घंटे तक बैंक के
अंदर चोरी करने के बाद सभी सुबह पांच बजे टेंपो से चोरी का माल लेकर चले गये़ हसन चिकना ने साथियों के बीच बराबर बंटवारा करने की बात कही और चोरी के जेवरात व नकदी लेकर चला गया़ वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है़
चार विशेष टीमें की गयी थी गठित : एसपी ने बताया कि घटना के उद्भेदन के लिए चार विशेष जांच दल का गठन किया गया था़ एक दल में बोकारो सिटी डीएसपी अजय कुमार, चास थानेदार सह इंस्पेक्टर प्रमोद पांडेय, नावाडीह थानेदार लक्ष्मीकांत, बीएस सिटी थाना के जमादार अरुण सिंह, राजू सिंह, चास थाना के सिपाही चंदन कुमार, नावाडीह थाना के सिपाही मनोज कुमार महतो शामिल थे़