रांची: रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन से संपर्क रखने के आरोप में डीएसपी रैंक के तीन पुलिस अधिकारियों को नोटिस भेजा गया है. रांची पुलिस तीनों से पूछताछ करेगी. जिन्हें नोटिस भेजा गया है, उनमें नगरऊंटारी के डीएसपी सुरजीत कुमार, तोरपा के एसडीपीओ अनुदीप सिंह व देवघर के एसडीपीओ अनिमेष नैनथानी शामिल हैं.
बताया जाता है कि रांची पुलिस के अधिकारी तीनों डीएसपी से रंजीत के साथ उनके संबंध के बारे में पूछताछ करेंगे. जरूरत पड़ने पर उनके बयान भी दर्ज किये जायेंगे. यह बात सामने आयी है कि डीएसपी सुरजीत कुमार बचपन से ही रंजीत को जानते थे. उन्हें रंजीत की शादी में पैसे उड़ाते देखा गया था.
* वरदी में रंजीत के साथ दिल्ली गया था अजय: एसएसपी प्रभात कुमार ने देवघर जिले के प्रधान जज के अंगरक्षक अजय को निलंबित कर दिया है. अजय पर आरोप है कि वह 21 अगस्त को पुलिस की वरदी में रंजीत के साथ सड़क मार्ग से रांची से दिल्ली गया था. ऐसा उसने इसलिए किया था, ताकि रंजीत को कहीं रोका नहीं जाये. यह काम उसने बिना किसी सीनियर अफसर की अनुमति के किया था. अजय देवघर जिला बल का सिपाही है. उसके निलंबन की सूचना देवघर एसपी को दे दी गयी है.
* शादी में भी मौजूद था: रंजीत कोहली और तारा शाहदेव की शादी में अजय पुलिस की वरदी में मौजूद था. वह रंजीत के फ्लैट पर भी था. बारात निकलने से पहले रंजीत की मां कौशल रानी ने उसे रुपये भी दिये थे. अजय वही सिपाही है, जिसे शादी के वीडियो फुटेज में रंजीत की गाड़ी चलाते देखा गया है.
* रंजीत फिर तीन दिन के रिमांड पर
रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को पुलिस ने और तीन दिन के रिमांड पर लिया है. सोमवार को तीन दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उसे सीजेएम नीरज कुमार श्रीवास्तव की अदालत में पेश किया गया. पुलिस ने अदालत से रंजीत की रिमांड अवधि और तीन दिन बढ़ाने की मांग की, जिसे मंजूर कर लिया गया. अदालत में पेशी से पूर्व रंजीत को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी स्वास्थ्य जांच की गयी. इसके बाद कड़ी सुरक्षा में उसे दिन के 1.30 बजे कोर्ट परिसर लाया गया. कोर्ट में सीजेएम नीरज कुमार श्रीवास्तव ने रंजीत से पूछा कि उसे कोई परेशानी तो नहीं, इस पर उसने कहा कि सब ठीक है. उसने कोर्ट परिसर में अपने वकील से भी बात की. बताया जाता है कि उसने वकील से अपनी मां कौशल रानी की जमानत के संबंध में बात की.
* अदालत में जुटी भीड़
रंजीत की पेशी को लेकर कोर्ट परिसर में सुबह से ही मीडियाकर्मियों का जमावड़ा था. रंजीत की पेशी के दौरान अदालत के बाहर लोगों की भीड़ जुटी थी. लोग उसे देखने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे. पेशी के बाद पुलिस को उसे वाहन में बैठाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
– रिमांड अवधि बढ़ने से अनुसंधान में लाभ मिलेगा. रंजीत के संबंध में जो बातें सामने आ रही हैं, उसका वेरीफिकेशन हो सकेगा.
बीएन शर्मा, अभियोजन पदाधिकारी