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ठेकेदार से पांच व कोलियरी से दो फीसदी लेवी लेता है टीएसपीसी

रांची : टीएसपीसी के उग्रवादी विकास कार्यों में लगे ठेकेदारों से पांच प्रतिशत और पकरी-बरवाडीह कोलियरी से दो प्रतिशत लेवी वसूलते हैं. यह खुलासा टीएसपीसी के उग्रवादी चतरा के नावाडीह निवासी लक्ष्मण गंझू उर्फ कोहराम ने किया है. जेल भेजे जाने के पहले पूछताछ में उसने बताया कि संगठन से जुड़े उग्रवादी बालू,पत्थर और बीड़ी […]

रांची : टीएसपीसी के उग्रवादी विकास कार्यों में लगे ठेकेदारों से पांच प्रतिशत और पकरी-बरवाडीह कोलियरी से दो प्रतिशत लेवी वसूलते हैं. यह खुलासा टीएसपीसी के उग्रवादी चतरा के नावाडीह निवासी लक्ष्मण गंझू उर्फ कोहराम ने किया है. जेल भेजे जाने के पहले पूछताछ में उसने बताया कि संगठन से जुड़े उग्रवादी बालू,पत्थर और बीड़ी पत्ता के ठेकेदारों से भी लेवी वसूलते हैं.
इसके अलावा चतरा से कटकमसांडी तक सड़क निर्माण कर रही कंपनी आरके कंस्ट्रक्शन व सिमरिया रोड में ठेकेदारी कर रही त्रिवेणी कंपनी से भी लेवी की वसूल की गयी है.
उसने बताया कि वर्तमान में संगठन का सुप्रीमो ब्रजेश गंझू है. उसके नीचे विभिन्न जोन में अलग-अलग उग्रवादी जिम्मा संभालते हैं. संगठन का रिजनल कमांडर मुकेश गंझू है. उसके अंतर्गत सौरभ गंझू टंडवा और मैकलुस्कीगंज एरिया, भीखन गंझू पिपरवार और अशोका परियोजना एवं पिपरवार कोल परियोजना का एरिया, मनीष लातेहार और बालूमाथ, जगु गंझू रामगढ़ जिला के उरीमारी और रामगढ़ एरिया व आक्रमण चतरा और पलामू के सीमांत एरिया को संभालते हैं. सभी के पास सेमी राइफल है. संगठन के सदस्यों के छिपने का मुख्य ठिकाना सिमरया का हुरनाली जंगल है.
संगठन के सदस्यों को प्रशिक्षण कुंदा थाना क्षेत्र के कारीमाडर जंगल और लावालौंग थाना क्षेत्र के खनगड़ा जंगल में दिया जाता है. प्रशिक्षण देने का काम ब्रजेश गंझू, कोहराम खुद करते थे. इसके अलावा पलामू का भगत उर्फ दुबे और संगठन से जुड़ा मुकेश गंझू संगठन को हथियार और विस्फोटक उपलब्ध कराता है. उसने तीन चिकित्सकों का नाम भी बताया है, जो संगठन को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराते हैं. उसने यह भी बताया कि नावाडीह में उसके पास 21 एकड़ जमीन पर मिट्टी का घर है.
लावालौंग में एक कट्ठा जमीन पर तीन कमरे का पक्का मकान है. हजारीबाग के रामनगर में डेढ़ कट्ठा जमीन पर दो मंजिला पक्का मकान है. वर्ष 2016 से दोनों मकान सील है. उसकी पत्नी ममता देवी चतरा जिला परिषद अध्यक्ष है. उसने 2005 में विवाह किया था. कोहराम खुद आठवीं तक पढ़ा हुआ है. उसने पूछताछ में यह भी बताया कि वह 11 सितंबर को तीज पर्व के अवसर पर अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने हजारीबाग के रामनगर स्थित घर पहुंचा था. वहां से चतरा और हजारीबाग पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
हजारीबाग के प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ते हैं कोहराम के बच्चे, भाई और साला काम करता है सीसीएल मेंकोहराम ने बताया कि उसके एक पुत्र की उम्र आठ वर्ष है. वहीं बेटी की उम्र 10 वर्ष. दोनों हजारीबाग के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ते हैं. कोहराम की तीन बहनें हैं. तीनों हजारीबाग में ही पढ़ती हैं.
कोहराम का भाई राजेश कुमार भोक्ता और चचेरा भाई कोल्हा गंझू सीसीएल पिपरवार में काम करता है. कोहराम ने यह भी बताया कि उसके तीन साले हैं. एक जनता गंझू भुरकुंडा सयाल में मछली का व्यवसाय, दूसरा नागेश्वर गंझू सीसीएल पिपरवार में और तीसरा ओमनाथ गंझू ठेकेदारी का काम करता है.

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