Rekha Gupta: बीजेपी ने फिर एक बार सीएम को लेकर चौकने वाला नाम सामने लाया है. रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा के बाद चर्चा होने लगा कि आखिर इनका नाम आगे कैसे आया. लेकिन क्या आपको पता है रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर बीजेपी ने एक साथ कई समीकरणों को साधने का प्रयास किया है. रेखा गुप्ता पुरानी संघ के जुड़ी नेता रही हैं और पुराना राजनीतिक अनुभव भी रहा है. आइए आज आपको इनके सीएम बनने के पीछे के कुछ कारणों के बारे में बताते हैं
वैश्य समुदाय से आती हैं रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आती हैं. वैश्य वोटर्स को बीजेपी का कोर वोटर माना जाता है. अरविंद केजरीवाल के सीएम बनने के बाद दिल्ली में इस समुदाय का झुकाव आम आदमी पार्टी के तरफ गया था. लेकिन इस चुनाव में वैश्य समुदाय ने बीजेपी को भरपूर सहयोग दिया है. इसके अलावा वर्तमान में बीजेपी शासित राज्यों में कोई भी बनिया समुदाय से सीएम नहीं था लेकिन अब बीजेपी ने साफ संदेश देने काप्रयास किया है कि पार्टी सभी को साथ चलेगी.
संघ से रहा है पुराना नाता
रेखा गुप्ता पुरानी संघ से जुड़ी नेता रही हैं. छात्र जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्य रही हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र संघ अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं.
बीजेपी ने खेल महिला कार्ड
रेखा गुप्ता को दिल्ली की सीएम बनाकर बीजेपी ने बड़ा कार्ड खेला है. वर्तमान में बजो शासित राज्यों में कोई भी महिला सीएम नहीं था. बीजेपी लगातार आधी आबादी को प्रतिनिधित्व देने की बात करती थी और अब महिला को सीएम बनाकर विपक्ष को बाद संदेश दिया है. बात दें कि बीजेपी की आखिरी सीएम दिल्ली में सुषमा स्वराज थी. रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला सीएम बनी हैं.