महुआ : बुधवार की दोपहर एक बार फिर से महुआ में अग्नि देवता ने अपना भयंकर रूप धारण कर दो विधवा समेत 11 लोगों को घर से बेघर कर दिया. अगलगी की इस घटना के बाद पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हो गये. इस घटना में 15 लाख से ज्यादा की क्षति बतायी जा रही है.
उक्त घटना फहतपुर पकड़ी पंचायत के सहनी टोला की है.मालूम हो की बीते तीन दिनों में हुई अगलगी की घटना में अभी तक 30 से ज्यादा परिवार खुले आसमान के नीचे आ गये है. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर फतहपुर पकड़ी पंचायत के चांदसराय सहदुल्लाहचक गांव में अचानक लगी आग से विधवा वीना देवी तथा राजकुमारी देवी के अलावे रामचंद्र सहनी, सुरेश सहनी, अभय सहनी, वैधनाथ सहनी, अमर सहनी, गुड्डू सहनी, रंधीर सहनी, विजेंद्र सहनी और रामबाबू सहनी के झोपड़ीनुमा घर समेत उसमें रखे गये हजारों रुपये नकदी के अलावा खैनी, अनाज, कीमती वस्त्र, बिछावन, मशीन, आलू के साथ अन्य समान जल कर खाक हो गया.
जबकि कई बकरियां की भी जलने की सूचना मिली है. अगलगी की घटना घटते ही मौके पर सैकड़ों लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी. लेकिन तीखी धूप और तेज हवा के आगे लोगों को एक न चली. बाद में पहुंची तीन-तीन दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया. घटना की सूचना मिलते ही जिला पार्षद अशोक कुमार अकेला, संजय मिश्रा, समाजसेवी दिनेश राय, जयप्रकाश ,विधानसभा क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन कुमार के साथ अन्य बुद्धिजीवी लोग पीड़ित परिवारों से मिल अंचल अधिकारी से अविलंब सरकारी मुआवजा देने की मांग की है.