बिदुपुर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदेश में इंद्रधनुषी क्रांति आ गयी है. उन्होंने कहा कि कृषि ही लोगों के जीवन स्तर को सुधार सकती है. ये बातें सदर प्रखंड के दयालपुर गांव में फूड प्रोसेसिंग यूनिट का उद्घाटन करते हुए सीएम ने कहीं. उन्होंने कहा कि सरकार कृषि के विकास के लिए काफी कुछ कर रही है. इसके लिए रोड मैप तैयार कर दिया गया है.
कृषि का विकास होगा तो लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी. यूनिट में आइआइटी इंजीनियरों की सहभागिता को देख कर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब प्रदेश में बने बिना मौसम के फलों के जूस मिल जायेंगे. प्रदेश में कृषि आधारित रोजगार की एक बड़ी संभावना है, जिसे युवा अपनाएं और अपनी बेरोजगारी दूर करें.
उन्होंने कहा कि इस कंपनी में लीची की प्रोसेसिंग की जाती है, जिससे उसका स्वाद महीनों तक लीची में उपलब्ध रहेगा. इससे प्रसंस्करण होता है और कीमत के साथ-साथ मुनाफा भी बढ़ता है. आइआइटी दिल्ली के शशांक कुमार ने कहा कि ढाई साल पहले इस प्रकार के फूड प्रोसेसिंग की शुरुआत नौ किसानों के साथ नौ जिलों में शुरू की गयी थी.
अभी स्थिति यह है कि प्रदेश के 13 जिलों में 13 हजार पांच सौ किसानों के साथ इस प्रकार के संस्थान चलाये जा रहे हैं. इन संस्थानों से कोल्ड फ्रेश नामक उत्पाद बनाये जा रहे हैं, जो विदेशों में भी भेजे जा रहे हैं. इन संस्थानों की एक बड़ी विशेषता यह है कि यहां पर महिलाओं को रोजगार मिलता है. चाहे वे किसी भी दरजे की शिक्षा प्राप्त हों. चाहे वह अनपढ़ ही क्यों न हों.
कार्यक्रम की अध्यक्षता राम सेवक सिंह ने की. इस मौके पर प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह, सचिव अतीश चंद्रा, जल एवं संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, विधायक डॉ अच्युतानंद सिंह, जिलाधिकारी जितेंद्र श्रीवास्तव, आरक्षी अधीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी, बीडीओ गंगा सागर सिंह, युवा जदयू के जिलाध्यक्ष सह जिला पर्षद अध्यक्ष जय प्रकाश चौधरी, युवा जदयू प्रखंड अध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद मुकेश, जिला पार्षद संतोष निराला, जदयू नेता कंचन कुमारी, अनिल चौरसिया, अरविंद कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.
* सदर प्रखंड के दयालपुर गांव में फूड प्रोसेसिंग यूनिट का किया उद्घाटन
* कृषि ही लोगों के जीवन स्तर को सुधार सकती है
* प्रदेश में कृषि आधारित रोजगार की बड़ी संभावना
4. सुरक्षा की खुली पोल
हाजीपुर : जिला प्रशासन द्वारा की जा रही पुलिस गश्ती की पोल खुल गयी है. पुलिस अधीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी ने पदभार लेते ही जिले की विधि व्यवस्था को सुधारने के लिए कई कवायदें कीं.
उन्होंने नगर थाने में पुलिस-पब्लिक बैठक भी करायी और उसमें जनता की सुरक्षा को पहली प्राथमिकता देते हुए लोगों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही शहर के लोगों को अपराध से मुक्ति मिलेगी. इसके लिए उन्होंने पैंथर मोबाइल पुलिस टीम का गठन किया, जिसकी जिम्मेवारी थी कि नगर के प्रमुख चौक-चौराहों पर निगरानी करें, लेकिन हाल की दो घटनाओं ने उनके दावों की पोल खोल कर रख दी है.
पहली घटना में नगर के प्रसिद्ध व्यवसायी कृष्ण कुमार बूबना के डाकबंगला रोड स्थित पेट्रोल पंप पर शाम ढलते ही गोलीबारी हुई. शाम सात बजे जब यह घटना घटी, उस समय पुलिस के ये जवान कहां थे और क्या कर रहे थे, इसका पता नहीं चला. इसके बाद शहर में ही एक बड़ी घटना घटी. पूर्व मंत्री मोतीलाल कानन के पुत्र समाजवादी पार्टी के नेता अतुल कृष्ण कानन की हत्या उनके घर से चंद कदम के फासले पर ही कर दी गयी.
लोगों का कहना है कि पुलिस केवल गरीबों को ही धमकाती है. थानों में बिना पैसा प्राथमिकी दर्ज नहीं होती है. अगर शव पोस्टमार्टम के लिए आता है तो परिजनों से पैसा लिया जाता है.इनकार करने पर लाश नहीं देने की बात की जाती है. इसका सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण है पोखरा मुहल्ला निवासी सोनार प्रमोद पोद्दार की हत्या के बाद पोस्टमार्टम के बाद शव को देने के लिए परिजनों से पैसे की मांग की गयी तो मारपीट होने तक की नौबत आ गयी. राजू डोम ने पोस्टमार्टम रूम की छत पर भाग कर अपनी जान बचायी थी.* शनिवार की देर शाम पूर्व मंत्री पुत्र की गोली मार की गयी थी हत्या* कहां थे पैंथर मोबाइल पुलिस के जवान