हाजीपुर : नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक स्थित एक नर्सिंग होम पर सोमवार को उस समय अफरातफरी मच गयी जब एक महिला का शव लेकर परिजन वहां पहुंचे और हंगामा करने लगे. इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने क्लिनिक में तोड़फोड़ करते हुए चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे.
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गर्भवती महिला की इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा
हाजीपुर : नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक स्थित एक नर्सिंग होम पर सोमवार को उस समय अफरातफरी मच गयी जब एक महिला का शव लेकर परिजन वहां पहुंचे और हंगामा करने लगे. इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने क्लिनिक में तोड़फोड़ करते हुए चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे. क्लिनिक पर हंगामा होते देख […]
क्लिनिक पर हंगामा होते देख आसपास के लोग वहां जुट गये. भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने सुभाष चौक के समीप बांस-बल्ला लगाकर राजेंद्र चौक से मड़ई जाने वाली मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाने की पुलिस वहां पहुंची और स्थिति को कंट्रोल किया. हालांकि परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार करते हुए थाने में शिकायत भी दर्ज नहीं करायी. जिससे इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी.
जानकारी के अनुसार सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र निवासी नागेंद्र चौधरी की पत्नी ललिता देवी दो माह की गर्भवती थी. उसे पेट में दर्द की शिकायत होने पर शनिवार को इलाज के लिए सुभाष चौक स्थित चंद्रा नर्सिंग होम नामक एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया.
महिला चिकित्सक डाॅ श्रीमती कामिनी चौधरी ने अल्ट्रासाउंड कराने के बाद पाया कि पेट में बच्चा मरा हुआ है. इसके बाद क्लिनिक प्रबंधक ने मरीज के परिजनों को यथास्थिति से अवगत कराया. परिजनों द्वारा पेट में मरे हुए बच्चे को निकालने की सहमति मिलने पर ललिता को ओटी में ले जाया गया.
वहां मरीज को डीएनई कराने की प्रक्रिया शुरू की गयी और आवश्यक दवा देकर रविवार की सुबह में डीएनई करने की जानकारी दी गयी. रविवार को ललिता की अचानक हालत खराब होते देख क्लिनिक संचालक ने शहर के चिकित्सकों की एक टीम को बुलाया और मरीज का इलाज शुरू किया गया.
दोपहर में मरीज की स्थिति में सुधार होने पर शाम में डीएनई करने की जानकारी दी गयी. इसी बीच अचानक मरीज की पुन: हालत बिगड़ने लगी. क्लिनिक प्रबंधक ने विशेष सुविधायुक्त एंबुलेंस से मरीज को पटना भेज दिया. पटना के एक निजी क्लिनिक में रविवार की देर रात इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गयी.
शव के साथ पहुंचे परिजनों ने की तोड़फोड़
पटना में इलाज के दौरान मौत के बाद परिजन सोमवार को महिला का शव लेकर सुभाष चौक स्थित उक्त क्लिनिक पर पहुंचे और हंगामा करने लगे.
उग्र परिजनों ने क्लिनिक में लगे शीशा और अन्य सामान को तोड़फोड़ कर अपना गुस्सा निकालने लगे. मरीज के परिजनों का आरोप था कि क्लिनिक प्रबंधक और वहां कार्यरत चिकित्सकों ने इलाज में लापरवाही की, जिससे जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी.
प्रारंभ में परिजन क्लिनिक प्रबंधक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए हंगामा किया, लेकिन बाद में वहां पहुंचे अन्य चिकित्सकों एवं लोगों के समझाने-बुझाने के बाद शांत हो गये.
क्लिनिक संचालक बोले
पेट में दर्द की शिकायत होने पर मरीज का अल्ट्रासाउंड कराया गया. रिपोर्ट में पेट में बच्चा मरा हुआ पाया गया. जिसके कारण मरीज की हालत बिगड़ते जा रही थी. परिजनों की राय पर मरीज को डीएनई कराने की प्रक्रिया शुरू की गयी. उसकी हालत चिंताजनक होते देख उसे पटना रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गयी.
डाॅ रवि प्रकाश, क्लिनिक प्रबंधक, चंद्रा नर्सिंग होम, हाजीपुर
क्या कहते हैं अधिकारी
थाना क्षेत्र स्थित एक नर्सिंग होम पर मरीज के परिजन हंगामा कर रहे थे. जिसकी सूचना मिलते ही नगर थाने की पुलिस वहां पहुंची. क्लिनिक प्रबंधक अथवा मरीज के परिजन ने थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराया है. जिसके कारण प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है. शिकायत दर्ज कराने पर प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
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