पटना के कुख्यात मस्तु व चिकु ने की थी हत्या
हाजीपुर : पटना के बड़े उद्योगपति गुंजन खेमका की हत्या महुआ रोड की एक जमीन की खरीद को लेकर की गयी थी. उस जमीन पर पहले से ही हाजीपुर के एक कुख्यात अपराधकर्मी की नजर थी. वह अपनी दबंगता से उस जमीन पर खुद के कारोबार के लिए कब्जा करना चाहता था.
लेकिन, गुंजन खेमका द्वारा उस जमीन को खरीद लेने के बाद वह काफी परेशान था. वह किसी तरह उस जमीन पर कब्जा करना चाहता था या फिर गुंजन खेमका रास्ते से हटाना चाहता था. इसके लिए उसने पटना के कई कुख्यात अपराधियों से संपर्क किया था. इसका खुलासा शनिवार को औद्योगिक थाने की पुलिस ने किया.
इस संबंध में थानाध्यक्ष भागीरथ प्रसाद ने बताया कि गुंजन खेमका हत्याकांड में जांच के दौरान महुआ रोड में गुंजन के जमीन खरीदने का मामला सामने आया था.
साथ ही इस घटना में पटना के कुख्यात अभिषेक उर्फ मस्तु, राहुल आनंद उर्फ चिकू, शूटर समेत कई लाइनरों के विषय में पता चला था. मस्तु व चिकू को एसआटी की मदद से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान उसने कई अपराधियों ने नाम बताये हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
गुंजन खेमका की हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में दो फैक्टरियां हैं. अपराधियों ने फैक्टरी के गेट पर ही उनकी गोली मार कर हत्या कर दी थी. उनके पिता गोपाल खेमका ने 21 दिसंबर को अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इस घटना ने
प्रशासनिक महकमे को सकते में डाल दिया था. वैशाली व पटना पुलिस घटना के दिन से ही इस मामले की जांच में जुटी हुई थी. लगभग डेढ़ महीने से वैशाली व पटना पुलिस इस हत्याकांड के खुलासे में जुटी हुई थी. गुंजन खेमका हत्याकांड में चल रहे जांच की जानकारी लेने के लिए डीजीपी तक हाजीपुर पहुंचे थे.
टावर डाटा डंप से मिली सहायता
थानाध्यक्ष ने बताया कि उद्योगपति गुंजन खेमका की हत्या के बाद घटनास्थल व उसके आसपास के साथ पटना में कई स्थानों पर लगे मोबाइल टावर डाटा डंप लिया गया. कई दिनों तक उन सभी डाटाओं की जांच की गयी. जांच के दौरान ही पुलिस को पता चला कि गुंजन खेमका ने महुआ रोड में एक जमीन का प्लॉट लिया था जिस पर एक बड़े अपराधकर्मी की नजर थी.
उस अपराधकर्मी की राजनीति में भी काफी ऊंची पहुंच बतायी जा रही है. उसने गुंजन को हटाने के लिए मस्तु, चिकु व अन्य अपराधियों को मोटी रकम पर हायर किया था. हालांकि पुलिस अभी न तो सुपारी देनेवाले खुलासा कर रही है और न ही इस बात का खुलासा कर रही है कि कितने रुपये में हत्या की डील फाइनल हुई थी.