नाट्य महोत्सव, नटलीला 2017 के चौथे दिन हुआ दो नाटकों का मंचन
Advertisement
नाटक में कलाकारों ने महिला सशक्तीकरण पर दिया जोर
नाट्य महोत्सव, नटलीला 2017 के चौथे दिन हुआ दो नाटकों का मंचन हाजीपुर : भले ही हम पुरुष और नारी समानता की बात करते हैं, पर सच में महिलाओं को उनके अधिकार मिले हैं क्या! महिलाओं के अधिकार से संबंधित जो भी कानून बने, उन पर अमल कितना हो रहा. ऐसे कई जरूरी सवालों को […]
हाजीपुर : भले ही हम पुरुष और नारी समानता की बात करते हैं, पर सच में महिलाओं को उनके अधिकार मिले हैं क्या! महिलाओं के अधिकार से संबंधित जो भी कानून बने, उन पर अमल कितना हो रहा. ऐसे कई जरूरी सवालों को शिद्दत से उठाता है नाटक अांबेडकर और नारी. स्थानीय आम्रपाली नगर भवन में आयोजित पांच दिवसीय नाट्य महोत्सव, नटलीला 2017 के चौथे दिन गुरुवार को इस नाटक की प्रस्तुति डिवाइन सोशल डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, पटना द्वारा की गयी.
नाटक का लेखन और निर्देशन जफर आलम ने किया था. नाटक की शुरुआत महाभारत की द्रौपदी से होती है. नाटक में स्त्रियों से भेदभाव और अांबेडकर द्वारा बनाये गये हिंदू कोड बिल को पारित करने तक के संघर्षों को दर्शाया गया. गुरुवार की दूसरी प्रस्तुति बज्जिका नाटक बगिया बांछा राम के की हुई. हाजीपुर की संस्था निर्माण रंगमंच एवं लोक धर्मी नट मंडप ने संयुक्त रूप से इस नाटक का मंचन किया. मनोज मित्र द्वारा लिखित कहानी का नाट्य रूपांतरण क्षितिज प्रकाश ने किया था.
नाटक में अपनी जमीन बचाने के लिए किसान की पीढ़ियों के संघर्ष को दिखाया गया है. नाटक के केंद्र में हैं एक वृद्ध किसान बांछा राम, जिनकी फल-फूलों से भरी बगिया पर गांव के ही जमींदार छहकौड़ी की गिद्ध दृष्टि है. जब छहकौड़ी अपनी लालसा पूरी नहीं कर पाते, तो अपने पुत्र नौकौड़ी को बगिया हड़पने को प्रेरित करते हैं. तमाम जद्दोजहद के बाद बांछा राम का इकलौता नाती गोपी अपनी बुद्धिमान पत्नी पद्मा के साथ मिल कर अपने नाना की बगिया को बचा लेता है.
बांछा के घर में पर नातिन आती है और बांछा अपनी पूरी बगिया उसी के नाम कर जाते हैं. नीति के निर्देशन में प्रस्तुत इस नाटक में बतौर सह निदेशक कुमारी पुष्पम एवं प्रियंका की भागीदारी रही. नाटक में क्षितिज प्रकाश ने बांछाराम, रविशंकर पासवान ने छहकौड़ी, संतोष कुमार ने नौकौड़ी, पवन कुमार ने गोपी, पलक रॉय ने पद्मा, रंधीर कुमार प्रभाकर ने ज्योतिष की भूमिका प्रभावी ढंग से निभायी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement