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पाउडर दूध व मिलावटी मिठाइयां खतरनाक
हाजीपुर स्थित चिलिंग सेंटर में डेढ़ महीने पहले की गयी थी जांच हाजीपुर :तेजी से परिवर्तित हो रही जलवायु के साथ-साथ लोगों के गिरते स्वास्थ्य के संरक्षण के लिए दूध वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है. बच्चों से लेकर वृद्धों एवं गर्भवती महिलाओं से लेकर कमजोर स्वास्थ्य का दुष्परिणाम झेल रही युवतियों […]
हाजीपुर स्थित चिलिंग सेंटर में डेढ़ महीने पहले की गयी थी जांच
हाजीपुर :तेजी से परिवर्तित हो रही जलवायु के साथ-साथ लोगों के गिरते स्वास्थ्य के संरक्षण के लिए दूध वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है. बच्चों से लेकर वृद्धों एवं गर्भवती महिलाओं से लेकर कमजोर स्वास्थ्य का दुष्परिणाम झेल रही युवतियों तक के लिए दूध एक अमृत पेय का काम करता है. बावजूद इसके जिले में दूध के नाम पर फर्जी कारोबार चलाने वाले बाज नहीं आ रहे.
ग्रामीण क्षेत्रों से सहयोग समितियों द्वारा पशुपालकों से संग्रह किये जाने वाले दूध एवं उससे बनने वाले उत्पादों पर भी स्वास्थ्य की दृष्टि से भरोसा कर पाना जहां मुश्किल हो रहा था. वहीं सस्ते पाउडर से तैयार दूध के कारोबार का खुलासा होने के बाद लोगों में बाजार में बिकने वाले दूध को लेकर तरह-तरह की आशंकाएं घर करने लगी हैं. वहीं दूसरी ओर जिले की मिठाई दुकानों में धड़ल्ले से मिलावटी मिठाइयां भी बिक रही हैं. मिलावटी मिठाइयों के प्रचलन से भी स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न होने लगा है.
दूध की जांच के बाद सेंटर को किया गया था सील : कंफेड के प्रभारी परिचालन अधिकारी आरपी प्रसाद एवं उनकी टीम की ओर से हाजीपुर स्थित चिलिंग सेंटर में डेढ़ महीने पूर्व संदेहास्पद दूध की जांच की गयी थी. जांच में दूध में पाये जाने वाले पोषक तत्व नहीं मिलने पर श्री प्रसाद ने अनुराधचक दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति एवं उससे जुड़े लोगों पर देसरी थाने में मिलावट और धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सेंटर को सील कर दिया गया था.
फर्जी कारोबार से साधारण मजदूर बना करोड़पति : जिले में दूध के फर्जी कारोबार से एक साधारण मजदूर के करोड़पति होने का डेढ़ महीने पहले खुलासा हुआ था. महनार-हाजीपुर मुख्य मार्ग पर स्थित वैशाली पाटलीपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ से जुड़ी कई सहयोग समितियां संचालित हो रही हैं. एक दशक पूर्व मजदूर गनौर राय एक साधारण मजदूर था. बाद में इस कारोबार से जुड़ने के बाद उसके पास कई ट्रकों के होने का खुलासा हुआ था. उसके सभी ट्रक डेयरी के अधीन चलते हैं. जानकारी के अनुसार उसके पास अब करोड़ों की संपत्ति जमा हो चुकी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
अनुराधचक दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति एवं उससे जुड़े तीन लोगों पर देसरी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. सभी आरोपित कोर्ट से जमानत पर है. जब्त दूध को लैब में जांच के लिए भेजा गया था. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
सरफराज अहमद, चांदपुरा ओपी अध्यक्ष
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