महनार : महनार आरपीएस कॉलेज के छात्र इंटरमीडिएट के घोषित रिजल्ट परिणाम में व्यापक गड़बड़ी और कॉलेज में व्याप्त कुव्यवस्था के कारण पठन-पाठन ठप, कॉलेज के प्रिंसिपल के व्यवहार से नाराज आदि मुद्दों को लेकर महनार अनुमंडल कार्यालय पर आमरण अनशन किया. अनशन पर बैठे छात्रों ने इंटर के रिजल्ट मे धांधली के बाद कोई शुल्क लिए पुनः कॉपी का मूल्यांकन करने की मांग की.
आरपीएस कॉलेज में अबतक 2016 से छात्रों से आवेदन लेकर प्रिंसिपल द्वारा नामांकन नहीं करने तथा इंटर पार्ट वन का टेस्ट परीक्षा डेट निकालने के बाद भी रद्द करने और नहीं लेने, इंटर प्रायोगिक परीक्षा मे कॉलेज कर्मियों को पैसा नहीं देने पर नंबर कम देने, कॉलेज मे ठप्प पड़े पढाई शुरू करने और कॉलेज के प्रिंसीपल को बर्खास्त करने का मांग करते हुए मंगलवार को अनुमंडल कार्यालय परिसर पर आमरण अनशन पर बैठे.
जैसे ही छात्र आमरण अनशन पर बैठे वहां मौजूद अनुमंडलाधिकारी के अंगरक्षक ने आमरण अनशन पर बैठे छात्रों के साथ बदसलूकी करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी. इस घटना से आक्रोशित छात्रों ने अनुमंडलाधिकारी के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए अनुमंण्डल कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए महनार मदन चौक पहुंच गए और मदन चौक पर अनशन पर बैठ गए.
छात्रों ने एसडीओ एवं सरकार के विरुद्ध जमकर नारेवाजी की. अनशन पर बैठे छात्रों का कहना था कि जब हम लोग शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से अनशन पर बैठे रहे थे तब महनार एसडीओ के इशारे पर उनके अंगरक्षक द्वारा हमलोगों के साथ धक्कामुक्की करते हुए हमलोगों को भगा दिया गया. प्रशासन लाख कोशिश कर ले हमलोगो की आवाज़ को दबा नहीं सकती है. प्रशासन द्वारा हमारे दर्दो पर मरहम लगाने के बजाये नमक डालने का काम किया है, जो कही से भी जायज नहीं है. अनशन कर रहे छात्रों का कहना था कि सरकार के दमंकारी नीतिओ को अब बिहार का छात्र बर्दास्त नहीं करेगा.
जब तक सरकार हमारी मांगो को पूरा नहीं करेगी और बिहार की बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था को नहीं सुधारेंगे, हमारा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा. छात्रों के अनशन के कारण महनार- हाजीपुर एवं महनार- मोहिउद्दीननगर मुख्य मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया. मदन चौक पर अनशन के कारण जाम होने की सूचना पर महनार थानाध्यक्ष अभय कुमार, महनार बीडीओ प्रमोद कुमार वहां पहुंचे. महनार थानाध्यक्ष अभय कुमार ने अनशन कर रहे छात्रों के साथ वातचीत की.
थानाध्यक्ष के कहने पर अनशन कर रहे छात्रों ने एक शर्त पर बात मानी कि अगर नौ जून तक हमारी मांगो को नहीं माना गया तो आगामी 10 जून से पूरा महनार बंद करवाएंगे. सड़कों पर गाडी नहीं चलने देंगे और न ही दुकानों को खुलने देंगे.
थानाध्यक्ष के प्रयास से अनशन कर रहे छात्र माने और महनार बी डी ओ ने अनशन कर रहे छात्रों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया. यहां एक बात उल्लेखनीय है कि जब छात्रों द्वारा एक दिन पूर्व ही आमरण अनशन करने सम्बंधित आवेदन अनुमंडलाधिकारी महनार को दिया गया था तब इस सूचना पर भी महनार प्रशासन द्वारा अनशन स्थल पर ना तो मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी और ना ही आपातकाल हेतु एम्बुलेंस और चिकित्सक की व्यवस्था की गई थी.
अनशन पर बैठने वाले छात्रों में प्रीतम कुमार, गोलू, गोविंन्द कुमार, पियूष कुमार, सन्नी कुमार, सचिन कुमार, राजा, मानस आदि बैठे थे, जबकि समर्थन में विवेक कुमार, विक्की कुमार, विक्रम कुमार, मोनू कुमार, दीपू कुमार, नीतीश कुमार, हम्प्टी कुमार, राफे, जुमान समेत सैकड़ों युवक अनशन पर बैठे छात्रों के समर्थन में सैकड़ो छात्र साथ थे. इस संबंध में एसडीओ रवींद्र कुमार ने बताया कि छात्र उनके कार्यालय में घुसने का प्रयास कर रहे थे, तभी उनके अंगरक्षक द्वारा छात्रों को रोका गया. इस दौरान वे स्वयं बाहर निकल कर छात्रों को समझाया और कहा कि आपकी मांगों को वे वरीय पदाधिकारी को अवगत कराएंगें.
उन्होंने कहा कि छात्रों के मांगों में आर पी एस कॉलेज के प्राचार्य को बदलने हेतु उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखा था. प्राचार्य ने अपना योगदान कर लिया है. हम सभी चाहते है कि छात्रों के भविष्य के साथ अहित नहीं हो. उन्होंने छात्रों के साथ उनके अंगरक्षक द्वारा धक्कामुक्की की बात को बिल्कुल गलत और अफवाह बताया है.