परेशानी. बदलने लगा मौसम का मिजाज, तपन व उमस भरी गर्मी से कूलर-पंखा सब फेल सुपौल. जिले में एक बार फिर से उमस भरी गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बीते दो दिनों से तीखी धूप और चिलचिलाती गर्मी ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है. शुक्रवार को जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया. गर्मी और उमस के चलते जिला सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी देखी गयी है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार, डिहाइड्रेशन, लू और बुखार जैसे लक्षणों के साथ बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं. तपन व उमस भरी गर्मी ऐसी कि कूलर-पंखा सब फेल था. घर-बाहर लोगों को कहीं भी सुकून नहीं मिल रहा था. घर से बाहर निकले लोग लू के थपेड़ों से परेशान थे. थोड़ी दूर चलने पर लोग पसीना-पसीना हो जा रहे थे. इस कारण लोग बार-बार पानी या जूस भी पीते देखे गए. जून महीना आने के पहले ही पारा 40 के पार जा रहा है. तपिश इतनी तेज है कि दिन में बाहर धूप में निकलना थर्ड डिग्री की सजा से कम नहीं. सुबह से ही सूरज देवता पूरे रौब में नजर आते हैं. स्कूल जाने वाले बच्चे, ऑफिस जाने वाले कामकाजी सभी गर्मी के प्रकोप से परेशान हैं. सभी को राहत की तलाश है. आखिर कैसे बचें लू से गर्मी से निबटने का सबसे अच्छा तरीका है स्वच्छ पानी का उपयोग. अगर आप हर थोडी देर में पानी के छींटे अपने चेहरे पर मारते है तो आप तरोताजा महसूस करते हैं. जानकार बताते हैं कि धूप में निकलने से परहेज करें. अगर निकलना पड़े तो अपने चेहरे को पूरी तरह ढंक कर निकले. इससे आपकी त्वचा ठीक रहेगी. गर्मियों के मौसम में वैसे तो हर कोई धूप से निकलने से बचात है. लेकिन अगर निकलना बहुत जरूरी हो तो इसे टाला भी नहीं जा सकता. धूप में निकलने से सबसे ज्यादा डर लू लगने का बना रहता है. अगर किसी का शरीर गरम हो और कान ठंडे हो तो कहा जा सकता है कि उसे लू लगी हूई है. अगर चाहे तो थोड़ी सी सावधानी रखकर इससे बच सकता है. ताजा फल का जूस गर्मी में शरीर के लिए लाभदायक : चिकित्सक सदर अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर बिमल कुमार एवं डॉ शशि रंजन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिले में बढ़ रहे भीषण गर्मी के कारण सदर अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द एवं उल्टी की मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है. कहा अधिकांश मरीजों में अचानक सर्दी एवं बुखार का होना, पानी की कमी से चक्कर आना कमजोरी लगना एवं भूख का नहीं लगना जैसा लक्षण दिखाई पड़ता है. इससे बचाव के लिए ठंडा पानी, आइसक्रीम, तेज धूप एवं गर्मी से बचने की जरूरत है. कहा कि पानी ज्यादा पीना है, हो सके तो नारियल का का सेवन करें. ताजा फल के जूस भी गर्मी में शरीर के लिए लाभदायक है. खीरे और तरबूज का करे सेवन गर्मी के दिनों में खीरा और तरबूज का सेवन लाभकारी होगा. इससे पेट तो भरेगा ही शरीर में पानी भी जाता रहेगा. खीरे और तरबूज में प्रचुर मात्रा में पानी होता है. बाजार में भी तरबूज की एक बड़ी खेप आ गयी है. बढ़ सकता है तापमान अगवानपुर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक देवन कुमार चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को 40.2 डिग्री तापमान है. इस दौरान लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. कहा कि अगले दो तीन दिनों में तापमान और अधिक बढ़ने की संभावना है. एंटी स्मॉग गन यंत्र से शहर में किया गया जल छिड़काव शहर की हवा को स्वच्छ रखने और बढ़ते वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए नगर परिषद द्वारा शुक्रवार को एंटी स्मॉग गन यंत्र द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों में जल छिड़काव किया गया.
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