सुपौल. रिक्रूट प्रशिक्षण केंद्र, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), सुपौल के तत्वावधान में शुक्रवार को एक भारत श्रेष्ठ भारत ” अभियान के तहत जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. रैली में केंद्र के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, जवान एवं अन्य कार्मिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. इस रैली का उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विविधताओं में एकता, सामाजिक सौहार्द्र, राष्ट्रीय एकजुटता और सांस्कृतिक समरसता को जन-जन तक पहुंचाना था. रैली के प्रतिभागियों ने गांव-गांव जाकर एकता, सद्भाव और भाईचारे का संदेश फैलाया, जिससे ग्रामीणों में सकारात्मक उत्साह देखा गया. राष्ट्र निर्माण में एसएसबी की सामाजिक भागीदारी यह आयोजन न केवल देश की एकता और अखंडता का प्रतीक बना, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट हुआ कि एसएसबी जैसे सुरक्षा बल सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन भी गंभीरता से कर रहे हैं. रैली के माध्यम से आमजन को यह संदेश मिला कि राष्ट्र निर्माण केवल सरकार या सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी आवश्यक है. सांस्कृतिक जागरूकता और राष्ट्रीय एकता का संदेश अभियान के तहत रैली में भारत की विभिन्न भाषाओं, रीति-रिवाजों, पोशाकों और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाले पोस्टर, बैनर और नारे भी शामिल थे, जो लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे थे. विविधता में एकता यही है भारत की शक्ति, जैसे नारों के माध्यम से प्रतिभागियों ने लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि भाषा, धर्म या क्षेत्र कोई भी हो, सब एक भारत के अंग हैं.
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