रातभर चली जागरूकता मुहिम, प्रशासन और आमलोगों को दी जा रही जागरूकता की जानकारी प्रतिनिधि, सुपौल. भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वीरपुर क्षेत्र में इन दिनों प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं. सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. बॉर्डर पर बढ़ी सक्रियता के मद्देनजर डीआइजी मनोज कुमार स्वयं वीरपुर में कैंप कर रहे हैं और स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं. गुरुवार की रात से ही पुलिस और प्रशासनिक टीम ने सीमावर्ती गांवों में जागरूकता अभियान चलाया. स्थानीय लोगों को बॉर्डर पर संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सतर्क रहने और किसी भी तरह की सूचना तत्काल प्रशासन को देने के लिए प्रेरित किया गया. इस दौरान उन्होंने पंचायत जनप्रतिनिधि से लेकर आम लोगों तक से मुलाकात कर उन्हें जागरूक किया. डीआइजी के इस मुहिम से अब आम लोगों की जिम्मेवारी भी बढ़ गयी है. डीआइजी का निरीक्षण और निर्देश डीआइजी मनोज कुमार ने वीरपुर में सीमा क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए कहा कि किसी भी हाल में सीमा की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जायेगा. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि चौकसी में कोई कोताही न बरती जाए और हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई हो. प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर यह है कि सीमावर्ती इलाके के लोग भी अब अधिक सतर्क हो गये हैं. मॉर्निंग वाक करने वालों को आधार कार्ड रखना होगा साथ इंडो नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी जवानों ने शुक्रवार की सुबह मॉर्निंग वाक करने वाले हर एक लोगों को शनिवार से आधार कार्ड साथ में लाने की बात कहीं. आधार कार्ड नहीं रहने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी. यह कार्रवाई सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कोसी बराज की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित कोसी बराज की सुरक्षा को लेकर शुक्रवार को इंडो-नेपाल अधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की गयी. यह बैठक कोसी बराज पर हुई, इसमें दोनों देशों के वरीय अधिकारी उपस्थित रहे. बैठक में कोसी बराज की रणनीतिक महत्ता, सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा, और आपसी समन्वय को मजबूत करने पर जोर दिया गया. दोनों पक्षों ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की गतिविधि या आशंका के प्रति सतर्क रहकर त्वरित कार्रवाई की जायेगी. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि में कोसी बराज जैसे संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है. भारत और नेपाल के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि सीमा पार से होने वाली किसी भी संभावित चुनौती से निपटने के लिए संयुक्त रूप से कार्य किया जायेगा.
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