वीरपुर. राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य युद्धस्तर पर जारी है. इस अभियान के तहत नाम जोड़ने, हटाने व सुधार की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि इस कार्य को लेकर विभिन्न स्थानों पर आम लोगों को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसका समाधान बूथ लेवल ऑफिसर और संबंधित पदाधिकारी मौके पर कर रहे हैं. इसी बीच, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए 09 जुलाई को महागठबंधन की ओर से राज्यव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है. उन्होंने मतदाता सूची पुनरीक्षण में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन को मजबूती से रखने की बात कही है. इस राजनीतिक बयानबाजी के बीच, क्षेत्र भ्रमण के दौरान वीरपुर पहुंचे पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह ने तेजस्वी यादव के विरोध पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है. मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, हर चुनाव से पहले मतदाता सूची का पुनरीक्षण एक सामान्य और संवैधानिक प्रक्रिया है. चुनाव आयोग इसका संचालन करता है ताकि मृतकों के नाम हटाए जा सकें, विस्थापितों की स्थिति अद्यतन हो सके और नए पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जा सके. इसमें किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि, कुछ लोग फर्जी तरीके से मतदाता सूची में नाम जुड़वा लेते हैं, जैसे कि नेपाल या बांग्लादेश के निवासी, ऐसे नामों को हटाना आयोग की जिम्मेदारी है. यह एक कानूनी प्रक्रिया है और इसे रोका नहीं जा सकता. विपक्ष केवल नौटंकी कर रहा है क्योंकि उन्हें अब सत्ता में वापसी की कोई संभावना नहीं दिख रही है. फर्जी वोट के सहारे जीतने वाले नेताओं को अब हार का डर सता रहा है, इसी बेचैनी में वे इस तरह का विरोध कर रहे हैं. गौरतलब है कि राज्य भर में विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत बीएलओ घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं और योग्य मतदाताओं का नाम जोड़ने या गलत प्रविष्टियों को सुधारने का कार्य कर रहे हैं. निर्वाचन आयोग ने इस कार्य को पूर्ण पारदर्शिता और कानूनी प्रक्रिया के तहत संचालित करने का निर्देश दिया है.
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