फोटो- 15, 16 कैप्सन – निबंधन के दौरान मौजूद अधिकारी व अन्य सुपौल/राघोपुर वीरपुर में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एसएसबी 45वीं वाहिनी की 05 एकड़ भूमि के लीज निबंधन की प्रक्रिया गुरुवार को सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई. इस ऐतिहासिक क्षण के दौरान जिला प्रशासन, एसएसबी अधिकारी एवं केंद्रीय विद्यालय संगठन के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही. राघोपुर प्रखंड स्थित गनपतगंज निबंधन कार्यालय में आयोजित इस प्रक्रिया में एसएसबी 45वीं वाहिनी के कमांडेंट गौरव सिंह, एडीएम राशिद कलीम अंसारी, डिस्ट्रिक्ट सब-रजिस्ट्रार अमरेंद्र कुमार, केंद्रीय विद्यालय सहरसा की प्राचार्या मोनिका पांडेय, वीरपुर एसडीएम नीरज कुमार, वीरपुर डीसीएलआर अनंत कुमार, बीडीओ राघोपुर ओमप्रकाश, प्रभारी रजिस्ट्रार गनपतगंज प्रसन्ना कुमार, सीओ राघोपुर रश्मि प्रिया एवं सीओ बसंतपुर हेमंत अंकुर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. 05 एकड़ की भूमि पर होगा विद्यालय का निर्माण वीरपुर में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से जिले के छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर मिलेगा. विद्यालय का निर्माण एसएसबी की 05 एकड़ भूमि पर होगा, जिसका लीज निबंधन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अस्थायी रूप से एसएसबी के भवन में कक्षाएं संचालित की जायेगी. एडीएम राशिद कलीम अंसारी ने कहा कि विद्यालय की स्थापना का लक्ष्य मार्च तक रखा गया है. उन्होंने एसएसबी के अधिकारियों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने अस्थायी रूप से अपने भवन को विद्यालय संचालन के लिए उपलब्ध कराया है. साथ ही बिहार सरकार द्वारा 33 लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी माफ करने से यह प्रक्रिया और सुगम हो गई. कमांडेंट गौरव सिंह ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय के निर्माण के लिए लीज निबंधन एक महत्वपूर्ण पड़ाव था. उन्होंने बताया कि भवन निर्माण में समय लगेगा. इसलिए एसएसबी के परिसर में पहले से निर्मित भवनों का उपयोग विद्यालय संचालन के लिए किया जाएगा. प्रवेश के लिये ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से लिये जाएंगे आवेदन केंद्रीय विद्यालय सहरसा की प्राचार्या मोनिका पांडेय ने बताया कि वीरपुर में नए सत्र से नामांकन प्रक्रिया शुरू की जा रही है. विद्यालय में प्रत्येक कक्षा के लिए केवल एक सेक्शन होगा, जिसमें 40 छात्रों का प्रवेश दिया जाएगा. प्रवेश के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन किया जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से होता है, लेकिन नई विद्यालय होने के कारण ऑफलाइन आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे. यदि किसी कक्षा में सीट से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं तो लॉटरी प्रणाली के माध्यम से चयन किया जाएगा. विद्यालय का शैक्षणिक सत्र अप्रैल से प्रारंभ होगा. बताया कि यदि संचालन में विलंब होता है तो गर्मी की छुट्टियों के बाद कक्षाएं शुरू की जाएंगी. जिले के शिक्षा स्तर को मिलेगी नई ऊंचाई केंद्रीय विद्यालय वीरपुर में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, खेलकूद सुविधाएं, राष्ट्रीय स्तर का सीबीएसई पाठ्यक्रम शामिल हैं. वीरपुर और आसपास के इलाकों में केंद्रीय विद्यालय खुलने से अभिभावकों में काफी उत्साह है. स्थानीय लोगों का मानना है कि यह पहल जिले के शिक्षा स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी लाभ मिलेगा. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ जिले के छात्रों को अब अपने ही जिले में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सकेगा.
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