सुपौल. नगर परिषद क्षेत्र के स्टेशन रोड में गुरुवार को चलाये गये अतिक्रमण मुक्त अभियान में फुटपाथी दुकानदार व ठेला चालकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल दिखा. तय कार्यक्रम के तहत नगर परिषद की पूरी टीम अतिक्रमणकारियों पर डंडा चलाने पहुंची थी. टीम को देखते ही जहां ठेला चालक ठेला लेकर दौड़ लगाने लगे. वहीं फुटपाथी दुकानदार अपनी दुकान समेटने में जुट गये. इस दौरान दुकानदार अपने सामान को व्यवस्थित नहीं कर सके. प्रशासन के डर से दुकानदार सभी सामान को एक साथ ही समेट कर मौके से निकल पड़े. ई रिक्शा चालकों को प्रशासन का नहीं है भय शहर में चलाये जा रहे अतिक्रमण मुक्त अभियान से अतिक्रमण कारियों में भय का माहौल है. अतिक्रमणकारी सरकारी जमीन से अतिक्रमण खाली कर चुके हैं. लेकिन यातायात के नियमों को तोड़ने में ई रिक्शा चालकों को किसी तरह का भय नहीं हो रहा है. शुक्रवार की सुबह महावारी चौक पर कई ई रिक्शा चालक हनुमान मंदिर के पास ई रिक्शा खड़ी कर सवारी का इंतजार करते दिखे. जबकि वहां मौजूद गृह रक्षक जवान मोबाइल में व्यस्त दिखे. जिस कारण चालकों का मन बढ़ता गया. दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण है ई रिक्शा शहर में बिना निबंधित ई रिक्शा चालकों की भरमार है. जिस पर सवार होकर जरूरतमंद लोग सफर कर रहे हैं. उन्हें इस बात की जरा भी परवाह नहीं है कि जिस रिक्शा की वह सवारी कर रहे हैं. उसका निबंधन नहीं हुआ है. आमतौर देखा गया है कि शहर में दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण ई रिक्शा चालक है. भीड़ में रिक्शा चालक सबसे पहले आगे बढ़ने की जुगत में जुटे रहते हैं. जिस कारण दुर्घटना घटित हो रही है. कई बार तो नये कार में ई रिक्शा चालक स्क्रैच लगा बैठे है. जिससे उसकी बकझक देखने को मिलती है. रोड पर दिखी बिना नंबर ई रिक्शा तो होगी जब्ती की कार्रवाई : एसडीएम इस बाबत सदर एसडीएम इंद्रवीर कुमार ने बताया कि यातायात के नियमों के पालन के लिए यातायात पुलिस लगातार प्रयासरत है. यातायात के नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. श्री कुमार ने कहा कि बिना निबंधित ई रिक्शा यदि सड़क पर परिचालित दिखता है तो उसे जब्त करने का आदेश जारी किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

