– चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी के साथ ही तापमान में दर्ज की जा रही वृद्धि, परेशान दिख रहे हैं लोग – जिले में रविवार को 40.06 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तापमान सुपौल. पिछले दो दिनों से जिले में चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी से तापमान में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की जा रही है. जिस कारण आम जनजीवन गर्मी से बेहाल है. शनिवार को जिले का तापमान 40.06 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं अगले दो दिनों तक तापमान में वृद्धि के साथ ही गर्म लू व हीट वेब जारी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. जिससे लोगों को बचने की जरूरत है. खासकर स्कूली बच्चे एवं स्कूल पूर्व शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों का विशेष ख्याल रखना आवश्यक हो गया है. सुबह होने के साथ ही सूर्यदेव के कड़क होने से लोग परेशान होने लगते हैं. सुबह धूप निकलने के बाद लोग घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं. छांव ढूंढने लग जाते हैं लोग बाजारों में आए लोग भी कड़ी धूप होने के चलते छांव में बैठकर दिन ढलने का इंतजार करने लगते हैं. जिस कारण बाजार में सड़क किनारे स्थित दुकान में लोगों की अधिक भीड़ हो जा रही है. खासकर उन महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है, जो अपने छोटे बच्चों को लेकर बाजार आ रही हैं. जिन्हें अपने साथ साथ बच्चे को भी धूप व गर्मी से बचाना पड़ रहा है. घरों में बैठे लोग भी उमस भरी गर्मी से काफी परेशान हो जा रहे हैं. गन्ने का रस सेहत के लिए है फायदेमंद गर्मियों में गन्ने का रस जितना दिल को लुभाता है, उतना ही सेहत के लिए भी फायदेमंद है. गन्ने का रस पीने से शरीर को कई प्रकार के पौष्टिक तत्व मिलते हैं. इन दिनों जिले में गर्मी परवान पर है. इस भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं, ताकि ठंड से राहत मिल सके और सेहत भी ठीक रहे. लेकिन गन्ने का रस लोगों की पहली पसंद बना हुआ है. गन्ने के रस में पोटैशियम की अधिक मात्रा होने की वजह से यह शरीर के पाचनतंत्र के लिए बहुत फायदेमंद है. यह रस पाचन सही रखने के साथ-साथ पेट में संक्रमण से भी बचाता है. गन्ने का रस कब्ज की समस्या को भी दूर करता है. डॉक्टर्स पीलिया रोग में विशेष रूप से गन्ने का रस पीने की सलाह देते हैं. इसके अलावे शहर में कच्चे नारियल की भी दुकान सज गयी है. जहां खासकर महिला नारियल पानी की ओर आकर्षित हो रही हैं. कहते हैं मौसम वैज्ञानिक मौसम वैज्ञानिक देवन कुमार चौधरी ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 40.06 डिग्री व न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अगले पांच दिनों तक इसी तरह के मौसम रहने का अनुमान है. इसके लिए लोग दोपहर में हीट वेब से बचने का उपाय निश्चित रूप से करें. कहते हैं चिकित्सक हीट वेब या लू की घटनाएं मानव और पशु जीवन को नुकसान पहुंचाती हैं. डॉ आरसी मंडल ने बताया कि मनुष्य के शरीर का नार्मल तापमान 37 डिग्री होता है. वहीं 40 डिग्री से ऊपर शरीर का तापमान बढ़ने पर शरीर से इलेक्ट्रोलाइट की कमी होने लगती है. जिससे शरीर से पसीना अधिक निकलने लगता है. जिसके कारण डिहाइड्रेशन होने की संभावना होती है. बताया कि हीट वेब आमतौर पर शरीर में पानी की कमी, थकावट होना, कमजोरी आना, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में ऐंठन और पसीना होना और लू लगना या हीट स्ट्रोक आदि शामिल है. लू लगने के लक्षणों में गर्मी से शरीर में अकड़न, सूजन बेहोशी और बुखार भी आ सकता है. यदि शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक होता है तो दिल दौरे पड़ सकते है या इंसान कोमा में भी जा सकता है. ऐसे में लोगों को धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए. ठंड पेय पदार्थ का सेवन करना चाहिए. अधिक जरूरत पड़ने पर धूप में निकलने पर छाता व गमछे का प्रयोग करें.
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