सुपौल. जिले के किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध कराने को लेकर शुक्रवार को डीएम सावन कुमार की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिले में उर्वरकों की वर्तमान स्थिति, आपूर्ति व्यवस्था, कालाबाजारी पर नियंत्रण और किसानों को होने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी पप्पू कुमार ने बताया कि वर्तमान में जिले में सभी प्रमुख उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. यूरिया 6999.24 मीट्रिक टन डीएपी 2047.48 मीट्रिक टन एमओपी 2375.9 मीट्रिक टन एनपीके 7491.52 मीट्रिक टन उपलब्ध है. डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को सरलता से व निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने उर्वरकों की कालाबाजारी और जमाखोरी पर सख्त निगरानी रखने का आदेश दिया. उन्होंने सभी उर्वरक निरीक्षकों को जिले भर के उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर नियमित छापेमारी करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में परिचालन की गहन निगरानी के निर्देश दिया. किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विक्रेता के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया गया. डीएम ने निर्देश दिया कि फसल के आच्छादन क्षेत्र के अनुसार उर्वरकों की मांग पूर्वानुमान के आधार पर समय पर की जाए. ताकि आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो. बैठक में बिहार सरकार के ऊर्जा, योजना एवं विकास विभाग के मंत्री के प्रतिनिधि रामचन्द्र यादव, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, विभिन्न उर्वरक विनिर्माता कंपनियों के क्षेत्रीय प्रबंधक, जिले के सभी थोक उर्वरक विक्रेता उपस्थित थे.
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