निर्मली. एएनएम ट्रेनिंग स्कूल एंड हॉस्टल में एक प्रशिक्षु छात्रा गुरुवार की शाम अचानक बेहोश हो गयी. इससे एएनएम ट्रेनिंग स्कूल सह छात्रावास में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी. इसी बीच अन्य प्रशिक्षु छात्राओं की मदद से बेहोशी की हालत में छात्रा को अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली में ड्यूटी पर मौजूद डॉ आरपी पासवान ने बताया कि एएनएम ट्रेनिंग स्कूल एंड हॉस्टल निर्मली से एक छात्रा को इलाज के लिए लाया गया है. प्राथमिक उपचार किया जा रहा है.
एनएम ट्रेनिंग सेंटर में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नदारद
छात्रा के बेहोश होने के बाद एएनएम ट्रेनिंग स्कूल एंड हॉस्टल में स्वच्छ पेयजलापूर्ति की सुविधा नहीं होने का भी छात्राओं ने आरोप लगाया है. प्रशिक्षु छात्राओं का कहना है कि स्कूल एंड हॉस्टल परिसर में आयरन व आर्सेनिक युक्त पानी पीने को छात्राएं विवश हैं. यहां पिछले 2-3 साल से शुद्ध पेयजल के लिए आरओ तक की व्यवस्था नहीं है. कुछ छात्राएं व कर्मी बाहर से पीने योग्य पानी खरीद कर मंगवाते हैं.
पत्राचार के बाद भी तीन साल से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं
एएनएम ट्रेनिंग स्कूल एंड हॉस्टल निर्मली के एचएम मो साजिद इकबाल कैफ़ी ने बताया कि गर्मी की वजह या अन्य वजह से एक प्रशिक्षु छात्रा अचानक बेहोश हो गयी. जिसे अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहीं ट्रेनिंग स्कूल एंड हॉस्टल में अध्ययनरत अन्य प्रशिक्षु छात्रा व छात्रावास के एक कर्मी ने बताया कि क्लास संपन्न होने के बाद एक साथ काफी संख्या में वर्ग से निकलने के दौरान दो छात्रा आपस में टकरा गयी. टक्कर लगने के बाद छात्रा के सिर में चक्कर आया और वह बेहोश होकर गिर गयी. पेयजल की व्यवस्था के लिए विभाग को पत्राचार किया गया है. लेकिन लगभग तीन साल से यहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पाई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है