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तालाबों की सफाई अब तक नहीं

आस्था. महापर्व कल से शुरू, प्रशासनिक उदासीनता से लोगों में नाराजगी चार दिवसीय महापर्व का शुभारंभ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ होगा, लेकिन अभी तक तालाबों व घाटों की समुचित साफ-सफाई नहीं होने से छठ व्रतियों में असंतोष का माहौल व्याप्त है. सुपौल : आस्था का महापर्व छठ की तैयारी लोगों ने जोर-शोर से शुरू […]

आस्था. महापर्व कल से शुरू, प्रशासनिक उदासीनता से लोगों में नाराजगी

चार दिवसीय महापर्व का शुभारंभ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ होगा, लेकिन अभी तक तालाबों व घाटों की समुचित साफ-सफाई नहीं होने से छठ व्रतियों में असंतोष का माहौल व्याप्त है.
सुपौल : आस्था का महापर्व छठ की तैयारी लोगों ने जोर-शोर से शुरू कर दी है. चार दिवसीय महापर्व का शुभारंभ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ होगा, जबकि रविवार को अस्ताचलगामी व सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा, लेकिन इन सब के बीच अब तक तालाबों व घाटों की समुचित साफ-सफाई नहीं होने से छठ व्रतियों में असंतोष का माहौल व्याप्त है. हालांकि कई जगह पर तो लोगों ने प्रशासन की ओर से निराश होने के बाद अपने स्तर से तालाबों व घाटों की साफ-सफाई प्रारंभ कर दी है.
गौरतलब है कि आस्था के इस महापर्व में नदी, तालाब जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों के समीप ही भगवान सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस बाबत प्रशासन द्वारा हर वर्ष घाटों व तालाबों की साफ-सफाई का दावा भी किया जाता है, लेकिन इस वर्ष कई घाटों का चार दिवसीय पर्व के दो दिन पहले तक प्रशासन की ओर से पहल नहीं किये जाने से लोगों में असंतोष व निराशा का माहौल व्याप्त है.
प्रभात खबर ने जब बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित तालाबों का जायजा लिया तो कई तालाब अब भी जस की तस पाये गये. तालाब के पानी में कुंभी व गंदगी का अंबार लगा था. वहीं घाटों पर भी कचरे जमे थे. गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व नगर परिषद द्वारा जिला मुख्यालय के कई तालाबों के घाटों पर पक्कीकरण कर सीढ़ी आदि का निर्माण किया गया था,
लेकिन बहुत से तालाब नगर परिषद के इस योजना से वंचित रह गये थे. तब से लेकर अब तक इन तालाबों की सुधी लेना किसी ने आवश्यक नहीं समझा. यही वजह है कि प्रशासनिक उदासीनता के बाद थक-हार कर स्थानीय नागरिकों ने अपने स्तर पर तालाब व घाट की साफ-सफाई का आस्था के इस महापर्व को मनाने का प्रयास शुरू कर दिया है.
सिकुड़ चुका है घाट : नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 स्थित भूतही पोखर की स्थिति दयनीय है. एक तो यहां पूर्व से ही तालाब के अधिकांश घाटों तक लोगों ने घर, मकान आदि बना लिये हैं. इसके कारण तालाब का घाट काफी हद तक सिकुड़ चुका है, जबकि इस पोखर पर हर वर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु छठ पूजा करने के लिए एकत्रित होते हैं. सरकारी स्तर पर इस तालाब की अब तक साफ-सफाई नहीं की गयी है. लोगों ने छठ पूजा करीब आने की स्थिति में अपने स्तर पर पैसे इकट्ठे कर सफाई प्रारंभ कर दी है. साफ-सफाई के लिए यहां नागरिकों के द्वारा पंप सेट भी लगाया गया है.
कहते हैं लोग : वार्ड नंबर 26 निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि वार्ड स्थित भूतही पोखर पर कई दशकों से छठ पर्व का आयोजन किया जाता है. बावजूद नगर परिषद व प्रशासन द्वारा उक्त तालाब का न तो सौंदर्यीकरण किया गया है और न ही साफ-सफाई की गयी है. वार्ड वासी युवक चंदन कुमार ने प्रशासनिक प्रक्रिया पर असंतोष व्यक्त करते कहा कि नगर परिषद द्वारा पूर्व में जिला मुख्यालय के कई घाटों को चिह्नित कर उसका पक्कीकरण आदि का काम किया गया.
लेकिन भूतही पोखर जो शहर के बीचो-बीच स्थित है, इसकी उपेक्षा कर दी गयी.
प्रकाश चौधरी ने भी आस्था के इस महापर्व पर प्रशासनिक उदासीनता पर आक्रोश व्यक्त किया. कहा कि छठ पर्व का आयोजन सामूहिक रूप से तालाब व नदी के किनारे किया जाता है. वार्ड वासी बबलू कुमार ने छठ पर्व के दौरान लोगों के आवागमन की समस्या के प्रति चिंता जाहिर किया. तालाब की कौन कहे, घाटों पर जाने वाले रास्ते की भी साफ-सफाई प्रारंभ नहीं की गयी है.
बुजुर्ग सत्यानंद प्रसाद ने कहा कि छठ का पर्व प्रकृति की पूजा है. जिसमें लोग जल में खड़े होकर सूर्य देव की आराधना करते हैं, लेकिन साफ-सफाई के अभाव में तालाब का पानी इतना गंदा हो चुका है कि व्रतियों को ऐसे पानी में खड़ा होना भी मुश्किल है.
तालाब के घाट का नहीं हुआ है पक्कीकरण
वार्ड नंबर 26 में ही सुपौल हाट से दक्षिण की ओर एक तोफन पोखर मौजूद है, जहां छठ के अवसर पर व्रतियों का बड़ी संख्या में जमावड़ा होता है और वे सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपने व परिजन के मंगलमय जीवन की कामना करते हैं. उक्त तालाब की भी प्रशासनिक स्तर पर साफ-सफाई नहीं की गयी है. इससे लोगों में असंतोष व्याप्त है. तालाब के घाट का पक्कीकरण नहीं किया गया है. नतीजा है कि स्थानीय मुहल्लेवासी अपने स्तर पर घाटों व तालाब के पानी की साफ-सफाई में जुट गये हैं. यहां भी लोगों द्वारा अपने खर्च पर पानी निकासी के लिए पंप सेट लगाया गया है.
सौंदर्यीकरण की दिशा में नहीं उठाया कोई कदम
नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 24 में वीणा रोड स्थित ठाकुरबाड़ी के समीप तालाब की भी स्थिति चिंता जनक है. उक्त तालाब की भी घाटों का प्रशासन द्वारा अब तक पक्कीकरण नहीं किया गया है. लिहाजा श्रद्धालुओं ने छठ पर्व के मद्देनजर उक्त तालाब व घाट की साफ-सफाई शुरू कर दी है.
मुहल्लेवासियों ने बताया कि वर्षों से उक्त तालाब का व्रतियों द्वारा पूरी सिद्दत के साथ छठ पर्व का आयोजन किया जाता है. पर्व के मौके पर यहां हजारों की भीड़ भी उमड़ती है. बावजूद प्रशासन के द्वारा उक्त तालाब के साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
पानी की निकासी के लिए लगा पंप, वीणा रोड स्थित तालाब पर पंडाल का हो रहा निर्माण.

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