सरायगढ़. भपटियाही प्रखंड अंतर्गत बिहारी गुरमैता उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में मंगलवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित 12 दिवसीय सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर 70 छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. समापन समारोह में प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, बीडीओ अच्युतानंद, सीओ धीरज कुमार और जिला परिषद सदस्य गौतम कुमार ने संयुक्त रूप से बच्चों को सम्मानित किया. यह प्रशिक्षण 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था. प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रखंड क्षेत्र में कोसी नदी, उप-शाखा नहर, पोखर और नालों के पास अक्सर डूबने से बच्चों की जान जाती है. ऐसे में इस तरह का सुरक्षित तैराकी प्रशिक्षण बच्चों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षित बच्चे न केवल खुद सुरक्षित रहेंगे, बल्कि आपदा की स्थिति में दूसरों की भी जान बचाने में सक्षम होंगे. जिला आपदा मास्टर ट्रेनर विद्यासागर यादव, गोविंद कुमार यादव, किशुनदेव यादव, मनोज कुमार शर्मा, रामसागर राम और अनिल कुमार राम ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 31 जुलाई तक कुल 420 बच्चों को दो शिफ्टों में प्रतिदिन दो-दो घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण कुल 72 दिनों तक चलेगा. इस अवसर पर छात्र आदित्य कुमार, अजीत कुमार, सुनील कुमार, राजेश कुमार, धीरेंद्र कुमार, सावन कुमार सहित कई प्रतिभागी छात्र उपस्थित थे जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान उल्लेखनीय प्रदर्शन किया. प्रशिक्षण से बच्चों में आत्मविश्वास व नेतृत्व कौशल का होता है विकास कार्यक्रम में बताया गया कि यह प्रशिक्षण केवल तैराकी सिखाने तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें जीवन शैली, आत्म-सुरक्षा और आपदा के समय के व्यावहारिक कौशल भी सिखाए गए. प्रशिक्षित बच्चे अब अपने टोले-मोहल्ले के अन्य बच्चों को भी तैराकी सिखाकर पानी में डूबने की घटनाओं को कम करने में सहयोग करेंगे.
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