Bihar News: बिहार के रक्सौल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एसएसबी की सतर्कता और सामाजिक संस्था ‘प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर’ की मदद से मानव तस्करी का एक गंभीर मामला समय रहते टाल दिया गया. नेपाल बॉर्डर पर गुरुवार को एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को नेपाल ले जाते हुए एक युवक को पकड़ा गया.
शुक्रवार को एसएसबी ने जानकारी दी कि लड़की पश्चिम बंगाल के हावड़ा की रहने वाली है और सातवीं कक्षा की छात्रा है. उसकी इंस्टाग्राम पर 3 साल पहले एक युवक से दोस्ती हुई थी, जिसने अपना नाम ‘सोनू’ बताकर खुद को हिंदू बताया. असल में उसका नाम मोहम्मद पठान है और वह पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर का निवासी है.
पहचान छुपाकर फंसाया जाल में, साथ नौकरी करने का दिखाया सपना
लड़की को झांसे में लेकर युवक ने उससे शादी और नेपाल में साथ नौकरी करने का सपना दिखाया. 16 अप्रैल को लड़की को हावड़ा स्टेशन बुलाया और दोनों मिथिला एक्सप्रेस से रक्सौल पहुंचे. जब वे भारत-नेपाल मैत्री पुल पार करने जा रहे थे, तभी एसएसबी के जवानों को शक हुआ. पूछताछ में जब जवाब संदिग्ध लगे, तो प्रयास संस्था को बुलाया गया. काउंसलिंग में लड़की ने खुलासा किया कि युवक ने अपनी पहचान छिपाई थी और उसे परिवार को कुछ न बताने की हिदायत दी थी.
लड़की की गुमशुदगी का केस हावड़ा में दर्ज
एसएसबी की जांच में यह भी सामने आया कि लड़की की गुमशुदगी को लेकर हावड़ा में अपहरण का केस दर्ज है. मामले की जानकारी मिलते ही रक्सौल पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है और बंगाल पुलिस से संपर्क किया जा रहा है. मानव तस्करी रोधी इकाई के इंस्पेक्टर विकास कुमार ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है. एसएसबी और सामाजिक संस्थाओं की सजगता से एक मासूम लड़की तस्करी का शिकार बनने से बच गई.