प्रतिनिधि,गुठनी. बिहार और यूपी की सीमा पर नशे का धंधा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी गिरफ्त में कम उम्र के किशोर भी आ रहे हैं. पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम को हमेशा छापेमारी और जांच का आदेश दिया गया है. पुलिस की माने तो इन सीमावर्ती इलाकों से शराब की कई बड़ी खेप बरामद किया है. साथ ही इससे जुड़े आरोपियों को भी जेल भेजा है. एक अनुमान के मुताबिक पिछले तीन महीना में करीब 32 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. वहीं करीब 20 लाख से अधिक की शराब भी बरामद की गई है. सीमावर्ती इलाकों में दियारा क्षेत्र होने के कारण नदी के रास्ते नाव से शराब के साथ-साथ मादक पदार्थ आसानी से पार किया जा रहा है. थानाध्यक्ष बिकास कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में पुलिस सूचना मिलने के बाद गंभीरता से जांच करती है. पुलिस जांच में कई लोगों को जेल भेजा जा चुका है. सीमावर्ती गांवों में हो रहा है नशे का धंधा थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ते मादक पदार्थों और शराब के दंदेसे जहां लोगो में आक्रोश है. वहीं आरोपियों द्वारा यूपी के सटे इलाकों से सीमावर्ती क्षेत्रों से इसका कारोबार किया जाता है. जहां से तस्कर आसानी से शराब, मादक पदार्थ, नशीली दवाएं लेकर प्रवेश कर जाते हैं. इनमे श्रीकरपुर, सोहगरा, सोनहुला, सेमाटार, वजीदही, डरैला, बेलौर, बेलौरी, चिलमरवा गांव के इलाके शामिल है. पुलिस और उत्पाद विभाग करती है सघन जांच थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा लगातार सघन जांच और छापेमारी की जाती है. पुलिस सीमावर्ती क्षेत्र के चिह्नित जगहो पर भी लगातार जांच और सघन कार्रवाई करती है. बावजूद शराब तस्करों और मादक पदार्थ से जुड़े आरोपियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि लगातार विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है. कहीं से भी लापरवाही नहीं बरती जाएगी. क्या कहते हैं एसडीपीओ एसडीपीओ चंदन कुमार ने कहा कि पुलिस इन मामलों में विधि सम्मत कार्रवाई करेगी. इसमें शामिल किसी भी आरोपित को पुलिस नहीं बख्शने वाली है.
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