प्रतिनिधि , सीवान. विधानसभा निर्वाचन को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और त्रुटिरहित ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से मतदान पदाधिकारियों के लिए द्वितीय गहन प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण में मतदान पदाधिकारियों को चुनावी प्रक्रिया की हर बारीकी से अवगत कराया गया, ताकि मतदान के दिन किसी भी प्रकार की त्रुटि की संभावना न रहे. प्रशिक्षण के दौरान पदाधिकारियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई. सत्र का मुख्य फोकस मॉक पोल प्रक्रिया रही. स्पष्ट निर्देश दिया गया कि मॉक पोल सुबह 05:30 बजे पोलिंग एजेंटों की उपस्थिति में अनिवार्य रूप से प्रारंभ किया जाए. यदि 05:45 बजे तक दो एजेंट उपस्थित नहीं हों, तो भी सभी पोलिंग कर्मी मिलकर प्रक्रिया शुरू करें, ताकि मतदान समय पर प्रारंभ हो सके. मतदान की पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को फॉर्म 17C के सही उपयोग की विशेष जानकारी दी गई. उन्हें निर्देशित किया गया कि मतदान समाप्ति के बाद कंट्रोल यूनिट में दर्ज कुल मतों की संख्या को फॉर्म 17C के कॉलम संख्या 6 में अनिवार्य रूप से दर्ज करें और उसकी प्रति प्रत्येक पोलिंग एजेंट को उपलब्ध कराएं. इसके साथ ही रजिस्टर 17A के उपयोग से पूर्व एक आवश्यक प्रक्रिया पर बल दिया गया. मतदान शुरू करने से पहले रजिस्टर के शीर्ष पर यह अंकित करना होगा कि सीयू का टोटल बटन दबाकर देखा गया और कुल मत शून्य पाया गया. यह प्रक्रिया मतदान की पूर्ण पारदर्शिता का प्रमाण होगी. प्रशिक्षण सत्र का निरीक्षण प्रशिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह जिला बंदोबस्त पदाधिकारी सुजीत कुमार एवं उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उपेंद्र कुमार यादव ने किया.
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