प्रतिनिधि,सीवान. एटीएम से अगर रुपये निकालने गये हैं और अगर मदद के लिए कोई हाथ बढ़ाता है, तो सावधान हो जाएं.मदद के बहाने बड़ी रकम आपके खाते से निकल सकती है. इन कारनामों को अंजाम देनेवाला जिले में गिरोह सक्रिय है. इस तरह के गिरोह के सदस्य सर्वाधिक महिलाओं को अपना निशाना बना रहे हैं. इस मामले में पुलिस महकमा कार्रवाई के नाम पर प्राथमिकी दर्ज करने तक ही सिमट कर रह गया है.दूसरी तरफ बैंक प्रबंधन अनिवार्य रूप से एटीएम पर सुरक्षा गार्ड की तैनाती नहीं कर अपने ग्राहकों को भी उसके हाल पर छोड़ रखा है. शहर से लेकर थाना मुख्यालयों के एटीएम के पास ग्राहकों को ठगी का शिकार बनाने के लिए साइबर ठग मौजूद रहते हैं. जैसे ही ग्राहक एटीएम में राशि निकासी करने पहुंचते हैं और कार्ड मशीन में डालते हैं तो फंस जाता है. ग्राहकों को परेशान होने के बाद एटीएम के पास रहने वाला साइबर ठग मदद के नाम पर या तो कार्ड बदल देता है नहीं तो अपने गिरोह का एटीएम में लिखे नंबर पर काल कराकर जाल में फंसा लेते हैं. ग्राहक को एटीएम कमरे से बाहर निकलने के बाद फंसे कार्ड से राशि की निकासी करते हैं. एटीएम में धोखाधड़ी का शिकार होने वाले ग्राहक कहते हैं कि सभी बैंकों का एटीएम लावारिस की तरह चल रहे हैं. न गार्ड होते हैं न बैंक और न थाना की पुलिस एटीएम की जांच कर पाती है. अगर बैंक या पुलिस एटीएम की जांच करती और साइबर ठगों के लिखे गये नंबर की जांच करती तो साइबर ठगी की घटनाएं कम होती. एटीएम के पास मौजूद रहने वाले ठग भी पुलिस को देख भाग जाते. बैंकों के प्रबंधक कहते हैं कि अब बैंकों के वरीय अधिकारियों के आदेशानुसार एटीएम में गार्ड नहीं रखा जाता है. एटीएम को निजी कंपनी के द्वारा संचालित किया जाता है. एटीएम में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर उनके खाते से राशि निकासी का मामला देखे तो कई घटनाएं हुई है. महिलाओं को बनाते हैं शिकार बताते चलें कि ठग सबसे अधिक महिलाओं को अपने जाल में फंसाते हैं. क्योंकि महिलाएं रुपये की निकासी करने आती हैं और उन्हें एटीएम चलाना नही आता हैं. बाहर खड़े ठग मदद करता हैं. जिसके बाद राशि की निकासी कर फरार हो जाता हैं. शहर में सबसे अधिक एटीएम ठग वाली घटनाएं दहा नदी के समीप ही होती हैं. केस(1): चार अप्रैल को नगर थाना क्षेत्र के दहा नदी पुल के समीप स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के एटीएम में रुपये निकालने गई महिला की युवक ने धोखे से उसका कार्ड बदल दिया. कुछ देर बाद उसके खाते से 70 हजार रुपये की निकासी कर ली. पीड़िता मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिदुरतीहाता गांव निवासी शारदा देवी हैं.जिसने स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया हैं. केस (2) 25 मार्च को नगर थाना क्षेत्र के दहा नदी पुल के समीप स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के एटीएम में रुपये निकालने गई एक महिला की मदद करने के बहाने एक युवक ने धोखे से उसका कार्ड बदल दिया और कुछ देर बाद उसके खाते से एक लाख 73 हजार रुपये की निकासी कर ली. पीड़ित महिला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जियांय निवासी सबिहा खातुन हैं .जिसने नगर थाना में प्राथमिकी करायी है. केस (3) सात मार्च को भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान निवासी रजनीश पांडेय के खाते से 75 हजार रूपये की निकासी कर ली गई .इस मामले में पीड़ित ने दो अज्ञात के खिलाफ एटीएम बदलकर उनके खाता से तीन बार में 75 हजार रूपये की निकासी कर लेने की प्राथमिकी दर्ज कराई है. बोले थानाध्यक्ष नगर इंस्पेक्टर राजु कुमार ने बताया कि बैंक, एटीएम की प्रतिदिन जांच होती हैं. संदेह होने पर पूछताछ भी की जाती हैं. ऐसे ठगों के लिए छापेमारी की जा रही हैं. जिन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है