गुठनी. प्रखंड मुख्यालय समेत आसपास के गांवों में हजारों की आबादी के बीच एक भी फायर स्टेशन नहीं है. जनवरी से अब तक प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक कई जगह भीषण अगलगी की घटना हो चुकी है. जिसमें गरीब परिवार का सबकुछ जलकर खाक हो चुका है. अग्निशमन की गाड़ी नहीं रहने से अगलगी की घटना होने से परेशानी बढ़ जाती है. जिसके कारण लोगों का सबकुछ जलकर स्वाहा हो जाता है. प्रखंड में एक भी अग्निशमन विभाग की गाड़ी नहीं रहने से जब तक में अनुमंडल मुख्यालय से सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचती है, तब तक सब कुछ जल कर खाक हो जाता है. फायर ब्रिगेड की गाड़ी सिर्फ राख को ठंडा करने पहुंचती है. वहीं साधन के अभाव में कहीं मुख्यालय से दूर सोहगरा, डरैला, सेमाटार, चिलमरवा, ताली समेत दर्जनों ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं बड़ी आगजनी की घटना हो जाये तो फिर उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाता है. प्रखंड मुख्यालय में नहीं है अग्निशमन की व्यवस्था नगर पंचायत सहित 10 पंचायतों में अग्निशमन की व्यवस्था नहीं है. अगलगी की घटना पर मैरवा अनुमंडल मुख्यालय से दमकल की गाड़ी पहुंचती है. दूरी ज़्यादा होने की वज़ह से घटनास्थल पर दमकल पहुंचने में काफी वक्त लग जाता है. तब तक सब कुछ स्वाहा हो जाता है. जनप्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से सौंपा था मांग पत्र थाना में शांति समिति के बैठक के बाद मुख्य पार्षद, प्रखंड प्रमुख, बीडीसी, मुखिया समेत मौजूद जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने बैठक में उपस्थित बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को अग्निशमन वाहन की मांग को लेकर सामूहिक रूप से मांग पत्र सौंपा था. सीओ डॉ विकास कुमार ने बताया है जिला मुख्यालय को अग्निशमन वाहन के लिए पत्र लिखा गया है. आग लगने पर मैरवा अनुमंडल से वाहन मंगाना पड़ता है.
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