प्रतिनिधि, सीवान. सदर अस्पताल मॉडल अस्पताल के रूप में घोषित हो चुका है, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है. सदर अस्पताल में सात पैथोलॉजी टेक्नीशियन पदस्थापित हैं, वहीं 24 घंटे जांच सुविधा का अभाव अब भी बना हुआ है. अस्पताल में कुल 134 प्रकार की पैथोलॉजिकल जांचों की सुविधा होनी चाहिए, लेकिन फिलहाल 84 तरह की जांच ही बड़ी मुश्किल से हो पा रही हैं. परंतु खून, पेशाब, ब्लड सूगर, हीमोग्लोबीन, टीसी-डीसी,सीरम इलेक्ट्रोलाइट, हेपेटाइटिस,एलएफटी, केएफटी, सीबीसी सहित अन्य कॉमन जांच को छोड़ दें तो कई प्रकार के एडवांस प्रोफाइल जांच की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है. अस्पताल के पैथोलॉजी जांच घर में थायराइड प्रोफाइल, स्टूल टेस्ट, विटामिन की जांच सहित अन्य प्रकार के एडवांस हारमोनल जांच की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पा रही है. इस कारण मरीजों को ज़रूरी जांच के लिए निजी पैथोलॉजी लैब की ओर रुख करना पड़ता है, जिससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है. सबसे ज्यादा परेशानी रात के वक्त एवं अवकाश के दिन होती है, जब अस्पताल की पैथोलॉजी लैब बंद रहता है.हाल ही में एक मरीज के परिजन ने बताया कि डॉक्टर ने रात में कुछ जरूरी ब्लड टेस्ट लिखे. लेकिन लैब बंद होने के कारण जांच नहीं हो सकी.अगले दिन सुबह तक इंतजार करना पड़ा. प्रशासनिक व्यवस्था पर उठे सवाल सदर अस्पताल के लैब को चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीओसीटी सर्विसेज को जिम्मेदारी दी गई है कि वह विभाग द्वारा निर्धारित किए गए 134 प्रकार के पैथोलॉजी जांच मरीजों को करें. पीओसीटी सर्विसेज द्वारा चार लैब टेक्नीशियनों एवं एक डेटा ऑपरेटर की ड्यूटी लगाई गई है. सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा अपने तरफ से कार्य में सहयोग करने के लिए अलग से 3 लैब टेक्नीशियनों को सहयोग करने के लिए ड्यूटी लगाया गया है.साथ ही सदर अस्पताल द्वारा कई प्रकार के जांच उपकरण भी उपलब्ध कराया गया है. जानकारी के अनुसार, सात लैब टेक्नीशियन में से अधिकांश की ड्यूटी एक ही पाली में लगाई जाती है. शिफ्ट में बंटवारे की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है, जिससे मरीजों को विभाग के निर्देशानुसार 24X7 जांच की सुविधा नहीं मिलती. स्वास्थ्य मामलों के जानकारों का कहना है कि किसी भी जिला अस्पताल में 24 घंटे पैथोलॉजी सेवा मिलना जरूरी है, खासकर आपात स्थितियों में. सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के दावों के बीच सदर अस्पताल की यह स्थिति कई सवाल खड़े करती है. जरूरत है कि लैब टेक्नीशियनों की ड्यूटी को तीन पालियों में बांटा जाए, ताकि हर वक्त जांच की सुविधा उपलब्ध हो सके. बोले अधीक्षक सुबह नौ से रात्रि 8 बजे तक ही मरीजों को पैथोलॉजी जांच की सुविधा मिल रही है. फिलहाल 7 लैब टेक्नीशियन काम कर रहें हैं. जल्द ही शिफ्ट आधारित ड्यूटी लागू की जायेगी. ताकि 24 घंटे जांच की सुविधा दी जा सके. डॉ अनिल कुमार सिंह,अधीक्षक,सदर अस्पताल,सीवान
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